जयपुर: जन्माष्टमी का पर्व पूरे जयपुर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने नाद गोविन्दम, संचलन और स्थिरवादन किया. संघ के जयपुर प्रांत घोष दिवस के मौके पर घोषवादकों ने पूर्ण गणवेश के साथ पथ संचलन किया.
यह पथ संचलन चार दीवारी स्थित तोपखाना से शुरू होकर हवाई रोड होता हुआ रामनिवास बाग तक पहुंचा. इस अवसर पर जयपुरवासियो ने अनुशासन के साथ बढ़ते कदमों और घोष से निकली स्वर लहरियों को अपने कैमरों में कैद किया. इस दौरान स्वयंसेवकों ने आनक (साइड ड्रम), त्रिभुज (ट्रायंगल) वंशी (बांसुरी) शंख (बिगुल) और प्रणव (बॉस ड्रम) के साथ किरण, उदय, श्रीराम, सोनभद्र, मेवाड़, श्रीनिवास, जन्मभूमि, राजश्री, भूप, शिवरंजनी, तिलंग और मीरा सहित 15 से ज्यादा रचनाओं का वादन किया.
राधा-कृष्ण की झांकी निकाली : इस दौरान भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर संघ की ओर से झांकी भी निकाली गई और भगवान कृष्ण को स्वरांजलि अर्पित की और यहां से घोषवादक कदम से कदम मिलाते हुए तोपखाना, एमआई रोड होते हुए रामनिवास बाग अलबर्ट हॉल पहुंचे. यहीं स्थिर वादन करते हुए विसर्जन किया. पथ संचलन के दौरान जगह-जगह सामाज के लोगों ने स्वयंसेवकों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर साल विजयदशमी पर पथ संचलन का आयोजन करता है, लेकिन महाशिवरात्रि के बाद कृष्ण जन्माष्टमी पर भी पथ संचलन करते हुए घोष का प्रदर्शन किया गया.