कोटा. देशभर से मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने आने वाले छात्रों के बीच तनाव देखा जा रहा है. यह तनाव कई कारणों से स्टूडेंट्स के बीच में रहता है, जिसमें पेरेंट्स की तरफ से सफलता का दबाव, लव अफेयर, पढ़ाई में पिछड़ जाने से लेकर सैकड़ों कारण इसके अब तक सामने आए हैं. ऐसे में अब पुलिस ने मेटा फेसबुक से कोलैबोरेशन के जरिए इन्हें रोकने पर शुरुआत की है. इसके जरिए झुंझुनू में एक छात्र के सुसाइड को प्रीवेंट भी किया है.
कोटा सिटी एसपी अमृता दुहन का कहना है कि मेटा फेसबुक के साथ इस संबंध में कोलैबोरेशन हुआ है. अब गूगल और यूट्यूब व अन्य से भी कोलैबोरेशन की तैयारी है, ताकि सुसाइड का प्रयास करने वाले के संबंध में कुछ जानकारी मिल जाए तो उसके परिजनों या उससे बात कर सुसाइड को रोका जा सकता है. कोटा पुलिस को यह कोलैबोरेशन की सेवाएं 4 दिन पहले से मिलनी शुरू हुई है. इस दरमियान झुंझुनू के एक स्टूडेंट ने सुसाइड के संबंध में कोई पोस्ट की थी, जिसकी जानकारी कोटा सिटी पुलिस को मिली. इस पर कोटा पुलिस ने झुंझुनू एसपी को यह जानकारी दी. इसके बाद झुंझुनू एसपी के निर्देश पर स्थानीय पुलिस ने पोस्ट करने वाले छात्र को सुसाइड करने से रोका है. पुलिस ने उसके परिजनों से भी बातचीत की है.
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कोटा के वरिष्ठ मनोरोग चिकित्सक डॉ. एमएल अग्रवाल का कहना है कि सुसाइड की भावना आने पर महज कुछ समय के लिए व्यक्ति से बात की जाए और उसे रोक लिया जाए तो वह समय टल जाता है. सुसाइड करने वाले व्यक्ति की त्वरित पूरी बात सुन ली जाए. उसकी समस्या को नोट किया जाए और संवाद किया जाए. उसकी काउंसलिंग कराने पर वह यह सोच को टाल देगा.