कोटा. छात्रों में लगातार बढ़ रहे सुसाइड के मामलों को लेकर पुलिस-प्रशासन सजग है. इसी क्रम में कोटा शहर पुलिस ने बीते दो दिनों में दो सुसाइड रोकने में सफलता हासिल की है. यह दोनों 16 वर्षीय छात्राएं हैं, जिन्होंने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया था. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्राओं से बातचीत कर उन्हें नॉर्मल किया. इसके बाद उनकी काउंसलिंग भी करवाई गई. अब इनपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इनमें से एक स्टूडेंट को अस्पताल में भर्ती भी उपचार के लिए किया है. इसमें कोटा की कोचिंग छात्रों के लिए बनाई गई स्टूडेंट सेल ने भी मदद की है. हॉस्टलों के वार्डन ने भी इसमें मदद की है.
कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि बीते दो दिनों में कोटा सिटी पुलिस ने दो छात्राओं का रेस्क्यू किया है. यह दोनों घटनाएं जवाहर नगर थाना इलाके के राजीव गांधी नगर में हुईं हैं. मंगलवार को बिहार निवासी 16 वर्षीय कोचिंग छात्रा ने अपने आप को हॉस्टल के रूम में बंद कर लिया था. छात्रा बीते 3 महीने से कोटा में रहकर कोचिंग कर रही है. सूचना पर स्टूडेंट सेल की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा को समझाइश के बाद विश्वास में लिया. इसी तरह से दूसरा मामला बुधवार का ही है. 3 महीने से कोटा के राजीव गांधी नगर में रह रही दिल्ली निवासी 16 वर्षीय छात्रा ने भी अपने आप को कमरे में बंद कर लिया था. पुलिस ने उसे भी बचाया और काउंसलिंग की.
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बच्चे पेरेंट्स या पुलिस से करें संपर्क : एसपी चौधरी ने अपील की है कि पेरेंट्स कोटा में पढ़ रहे बच्चों के साथ लगातार संपर्क में रहें. ऐसा ही संपर्क हॉस्टल और कोचिंग से भी रखें. बच्चों पर पूरा विश्वास रखें और किसी दूसरे बच्चों से तुलना नहीं करें. बच्चों के व्यवहार और स्वभाव में आए बदलाव में भी नजर बनाए रखें. उन्होंने बच्चों से भी अपील की है कि पढ़ाई के दबाव में होने पर माता-पिता या पुलिस को अपने मन की बात बताएं. किसी तरह की अनहोनी या गलत कदम उठाने की कोशिश नहीं करें.