जयपुर: कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को लेकर त्रिपक्षीय एमओयू मुख्यमंत्री कार्यालय में हुआ. इस दौरान सीएम भजनलाल ने कहा कि विकसित राजस्थान के लक्ष्य की प्राप्ति में विमानन क्षेत्र अहम योगदान रखता है. कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का कार्य समय पर पूर्ण होगा. इससे आमजन को मिलेगी अत्याधुनिक हवाई सुविधा, पर्यटन को पंख लगेंगे. हवाई सुविधाओं के विस्तार का संकल्प सिद्धि की ओर अग्रसर है.
कोटा के विकास लगेंगे पंख : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आमजन को अत्याधुनिक हवाई सुविधाएं उपलब्ध कराने के क्रम में कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट मील का पत्थर साबित होगा. इसके निर्माण से प्रदेश में ना केवल पर्यटन को गति मिलेगी साथ शिक्षा और व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि विकसित राजस्थान के लक्ष्य की प्राप्ति में विमानन क्षेत्र का विकास अहम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस गति से सड़क एवं रेल मार्ग का विस्तार हो रहा है, उसी स्केल पर हवाई क्षेत्र पर फोकस किया जा रहा है.
आज मुख्यमंत्री कार्यालय में कोटा स्थित कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के संबंध में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण व राजस्थान सरकार के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए व परियोजना के सफल क्रियान्वयन हेतु संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।#आपणो_अग्रणी_राजस्थान pic.twitter.com/TURIAsa2Ly
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) July 19, 2024
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा एवं उद्योगों की नगरी कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण से हाड़ौती अंचल के लाखों निवासियों को हवाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. हमारी सरकार के संकल्प की सिद्वि में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल की क्षमता का भी विस्तार किया जा रहा है. वर्तमान में इसकी क्षमता 50 लाख यात्री प्रतिवर्ष है जो विस्तार के बाद बढ़कर 70 लाख प्रतिवर्ष हो जाएगी. उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष से आग्रह किया कि जयपुर एयरपोर्ट पर नए स्टेट टर्मिनल के लिए शीघ्र कार्य शुरू करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उदयपुर हवाई अड्डे के विकास और विस्तार तथा उत्तरलाई (बाड़मेर) हवाई अड्डे पर स्थायी सिविल एन्क्लेव एवं अप्रोच रोड के लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध कराएगी.
राज्य सरकार देगी निःशुल्क भूमि, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण करेगा निर्माण और संचालन : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण के लिए भूमि निःशुल्क उपलब्ध करवाएगी. वहीं, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण, विकास एवं संचालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की होगी. उन्होंने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को एयरपोर्ट के सर्वे की अनुमति दे दी है. साथ ही, एयरपोर्ट की प्रस्तावित भूमि में से पीजीसीआईएल (पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) की 400 केवी की हाइटेंशन लाइन शिफ्ट करने की आवश्यक कार्रवाई हो चुकी है और इसके लिए राशि भी उपलब्ध करा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कोटा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रस्तावित एयरपोर्ट के आस-पास सुनियोजित विकास का रोडमैप तैयार करें. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के आस-पास की जमीन को अधिग्रहण या लैंड पूलिंग एक्ट के माध्यम से नियोजित कर क्षेत्र के विकास की कार्यवाही सम्पादित की जाए.
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विमानन क्षेत्र का हो रहा निरंतर विस्तार : सीएम भजनलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के विमानन क्षेत्र में तीव्र गति से विकास हो रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए विशेष प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार का कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए नकारात्मक रवैया रहा जिसके कारण इस प्रोजेक्ट में देरी हुई, लेकिन अब हमारी सरकार इस एयरपोर्ट का कार्य समय पर पूरा करते हुए इसे जनता को समर्पित करेगी.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है. इसके बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे. नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण 440.086 हेक्टेयर भूमि पर किया जाएगा. कोटा विकास प्राधिकरण की परिधि सीमा में यह भूमि राजस्व ग्राम तुलसी, कैथुदा, बालापुरा एवं देवरिया, जिला बूंदी में स्थित है. इसमें से 406.678 हेक्टेयर वन भूमि एवं 33.408 हेक्टेयर गैर वन भूमि कोटा विकास प्राधिकरण के स्वामित्व की है.