कोटा: बूंदी के पूर्व राजा राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को एयरपोर्ट निर्माण के लिए कोटा डेवलपमेंट अथॉरिटी ने बीते महीने ध्वस्त कर दिया था. इसके बाद पूरे प्रदेश में ही छतरी को लेकर विरोध शुरू हो गया था. राजपूत समाज के साथ-साथ सर्व समाज भी इस विरोध में उतर गया था. इस छतरी के पुनर्निर्माण की मांग उठने लगी थी. इस पर गुरुवार रात को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की अध्यक्षता में कोटा जिला प्रशासन और राजपूत नेताओं की बैठक हुई. जिसमें छतरी को दोबारा उसी स्थान पर स्थापित करने पर सहमति बन गई थी. जिसके बाद आज पुनर्निर्माण का शिलान्यास किया गया.
यह कार्यक्रम पूरे विधि-विधान से शुक्रवार दोपहर 12:15 बजे शुरू हुआ. इस कार्यक्रम में कोटा के पूर्व महाराव इज्यराज सिंह, बूंदी पूर्व राज परिवार से जुड़े वंशवर्धन सिंह, छतरी के मामले में आंदोलन की अगुवाई कर रहे पूर्व ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा व कोटा पूर्व राज परिवार के जयदेव सिंह सहित कई राजपूत नेता मौजूद रहे.
बैठक में क्या बोले बिरला: गुरुवार को हुई बैठक में स्पीकर बिरला ने कहा कि धरातल पर कार्रवाई के समय प्रशासन को संवेदनशीलता से कार्य करना चाहिए और सर्व समाज की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए. घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए. छतरी के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए समाज की भावना के अनुरूप इसका पुनर्निर्माण होना चाहिए. इस दौरान एयरपोर्ट परिसर में हाड़ौती के इतिहास से जुड़े पैनोरमा, पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की प्रतिमा बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक विचार विमर्श हुआ.