टिहरी (उत्तराखंड): मान लीजिए आप घर पर आराम फरमा रहे हैं. इसी दौरान कोई तेज आवाज करता हेलीकॉप्टर आपके घर के ऊपर से गुजरता है. या फिर पहाड़ की सुंदर वादियों के बीच से कोई पैराशूट या पैराग्लाइडिंग करते हुए आपके घर से ऊपर से गुजरता है. ठीक उसी समय कुछ खास डिवाइस आपके घर की छत या फिर आपके घर के आस-पास गिरती है तो उस चीज को देखने की दिलचस्पी बढ़ जाती है. साथ ही डर भी बना रहता है. ऐसा ही कुछ टिहरी के घनसाली के अंतर्गत गनगर गांव में हुआ. ग्रामीणों के बीच आसमान से गिरी डिवाइस को जानने को लेकर दिलचस्पी भी बनी रही तो मन में घबराहट भी रही. हालांकि, कुछ देर बाद मामला साफ हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली.
29 सितंबर रविवार को टिहरी के घनसाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत चमियाला गनगर गांव में आसमान से एक गुब्बारे के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस गिरी. डिवाइस गिरते ग्रामीणों ने देखा तो कुछ देर तक सनसनी मच गई. डर सहमे लोगों ने डिवाइस की जानकारी स्थानीय ग्रामीण प्रशांत जोशी के जरिए शासन-प्रशासन तक पहुंचाई.
इसके बाद थानाध्यक्ष घनसाली संजीव थपलियाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने डिवाइस का निरीक्षण किया. संजीव थपलियाल ने बताया कि यह डिवाइस मौसम विभाग की है. आमतौर पर विभाग मौसम की जानकारी प्राप्ट करने के लिए इस तरह के डिवाइस का प्रयोग करता है. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर मेड इन कोरिया लिखा है. जिस वजह से लोग काफी डर गए थे.
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक देहरादून, विक्रम सिंह ने बताया कि मौसम विभाग हर दिन हवा में नमी, गति और दबाव की जांच के लिए देहरादून मौसम विभाग केंद्र से हाइड्रोजन भरे गुब्बारे के साथ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को आसमान के लिए छोड़ता है. ये मौसम विभाग का रोजाना का कार्यशैली का एक पार्ट है. गुब्बारा हवा में उड़कर लगभग 125 से 130 किमी की दूरी तय करता है. और सिमित दूर तय करने के बाद गुब्बारा फट जाता है. लिहाजा, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नीचे गिर जाती है. इससे किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है.
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