कोरिया: छत्तीसगढ़ वन विभाग कर्मचारी संघ के बैनर तले वन कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी चार सूत्री मांगों को पूरा नहीं किया जाता तबतक वो हड़ताल जारी रखेंगे. हड़ताल के चलते बैकुंठपुर के वन विभाग में रोजमर्रा को होने वाले सभी सरकारी काम ठप पड़ गए हैं. नाराज कर्मचारियों की मांग है कि उनकी सालों से लंबित पड़ी मांगों पर सरकार जल्द विचार करे.
हड़ताली कर्मचारियों की क्या हैं मांगें: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की चार सूत्री मांगें हैं जिन्हे वो मनवाने पर अड़े हैं. कर्मचारियों की पहली मांग है कि विभाग में जिन 180 पदों पर संविदा भर्ती होनी है उसे तुरंत रोका जाए. कर्चमारियों की दूसरी मांग है कि जो नया ग्रेड पे है उसे तत्काल शुरु किया जाए. कर्मचारी चाहते हैं कि उनके ग्रेड पे बीते 15 सालों से रिवाइज नहीं हुआ है. नया पे स्केल रिवाइज कर कर्मचारियों को उसका लाभ दिया जाए. तीसरी मांग कर्मचारियों की है कि उनको 26-03-2003 के बाद से जो वनरक्षक नियुक्त किए गए हैं उनका वेतनमान 4590 मान्य किया जाए.
सरकार को दी चेतावनी: हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है. नाराज कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें नहीं सुनी जाएगी तबतक वो हड़ताल से नहीं उठेंगे. बैकुंठपुर में बैठे वन कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार कबतक विचार करती है ये देखना अब दिलचस्प होगा. इतना तय है कि कर्मचारी अब किसी भी तरह का समझौता करने के मूड बिल्कुल नजर नहीं आ रहे हैं. कर्मचारियों के काम बंद करने से वन विभाग में काम बंद हो गया है जिसका असर अब नजर आने लगा है.