एमसीबी/जीपीएम/कोरिया : कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने रक्षाबंधन के अवसर पर बैकुंठपुर के वृद्धा आश्रम पहुंची. कलेक्टर ने सभी बुजुर्गों को रक्षा सूत्र बांधा और उनसे आशीर्वाद लिया. साथ ही सभी बुजुर्गों को स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की मंगलकामना की. इसके बाद कलेक्टर ने वृद्धा आश्रम का निरीक्षण किया और बुजुर्गों से स्वास्थ्य के बारे में हालचाल पूछा.
"रक्षाबन्धन भाई-बहनों का स्नेह का पर्व है. एक-दूसरे को सम्मान देने का पर्व है. बहनों का रक्षा करने का पर्व है. सचमुच यह मेरे लिए अत्यंत खुशी का पल है कि आज रक्षाबंधन का पर्व बुजुर्ग जनों के साथ मनाने का अवसर मिला. आप लोग हमारी विरासत हो, आप लोगों के अनुभव, समझ व त्याग का सम्मान करना हमारी संस्कृति है. आज के दिन हर भाई-बहन को संकल्प लेना चाहिए कि कार-बाइक चलाते समय सीट बेल्ट व हेलमेट जरूर लगाएं." - चंदन त्रिपाठी, कलेक्टर, कोरिया
वृद्धा आश्रम की व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण : वृद्धा आश्रम में साफ-सफाई के साथ भोजन, नास्ता की व्यवस्था देखी. कलेक्टर ने अधिकारियों को भोजन व नास्ता मेन्यू के अनुसार देने तथा स्वास्थ्य की जांच समय समय पर करने के निर्देश दिए. वृद्धा आश्रम के वृद्धजनों को साइन लेंग्वेज व इशारे से बात करने की कला को सिखाने के लिए समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए.
महिला यात्रियों के लिए फ्री ऑटो-टैक्सी सेवा : एमसीबी प्रेस क्लब की ओर से मनेन्द्रगढ़ में रक्षाबंधन के अवसर पर महिला यात्रियों को फ्री ऑटो-टैक्सी सेवा देने की व्यवस्था की गई है. ताकि महिलाओं को अपने भाई के घर आने-जाने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. रक्षाबंधन त्यौहार के मौके एमसीबी प्रेस क्लब पुछले 10 सालों से ऐसा करता आ रहा है.
"क्लब के द्वारा पिछले साल भी बहनों के लिये निःशुल्क वाहन की व्यवस्था की थी. महिला यात्रियों को फ्री ऑटो-टैक्सी सेवा देने का मकसद यह रहता है कि रक्षाबंधन त्यौहार पर महिलाओं को अपने भाई के घर आने-जाने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. साथ ही बहनें त्यौहार मनाने के बाद सुरक्षित अपने घरों तक पहुंच सकें." इस दौरान क्लब के सदस्यों ने मिठाई वितरण भी किया." - रंजीत सिंह, अध्यक्ष, एमसीबी प्रेस क्लब
बहनों ने कैदी भाइयों को बांधी राखी : गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के जिला जेल पेंड्रारोड में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. बहनें दूर-दूर से जिला जेल पहुंची और अपने कैदी भाईयों के कलाई में राखी बांधकर उन्हें मिठाई खिलाई. जेल प्रशासन ने भी रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए राखी को लेकर खास तैयारियां की है. ताकि बहनों को किसी प्रकार की परेशानी न हो. लगभग 110 बंदियों की क्षमता वाले इस जिला जेल में अभी 96 बंदी मौजूद हैं. रक्षाबंधन के पर्व पर बहनों के साथ-साथ परिवारजन भी मौजूद रहे, जिन्हें सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से गेट के बाहर से ही मुलाकात की. केवल बहनों को ही जेल के अंदर प्रवेश करने दिया गया.