कोरबा: पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस खास दिन पर कोरबा जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी खास आयोजन किया गया. अमर जवान स्मृति स्मारक को फूलों से सजाकर जिले में जितने भी जवान अलग-अलग परिस्थितियों में शहीद हुए, उनके परिजनों को आमंत्रित किया गया. एसपी सिद्धार्थ तिवारी के साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन और अन्य जनप्रतिनिधि इस मौके पर मौजूद रहे. अमर जवान प्रतीक स्मारक पर पुष्पगुच्छ अर्पित कर शहीदों के परिजनों को शाल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया. शहीदों के बलिदान को इस तरह से नमन किया गया.
सदैव रहेंगे कृतज्ञ : पुलिस स्मृति दिवस पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष हम यह खास दिन मनाते हैं. ऐसे जवान जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने प्राणों का बलिदान दिया. हम उन्हें नमन करते हैं और उनके बलिदान को याद करते हैं. आज भी हमने शहीदों के परिजनों को बुलाया है. उन्हें सम्मानित कर रहे हैं. हम सदैव शहीदों के बलिदान के प्रति कृतज्ञता रहेंगे.
कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह देश प्रेम के प्रति समर्पित रहे. हमें अपने दिलों में देश के प्रति प्रेम जागना चाहिए, अलग-अलग परिस्थितियों में ऐसे कितने ही जवान हैं, जिन्होंने हमारी रक्षा के लिए अपने प्राण दे दिए. आज हम उन्हें याद कर रहे हैं. उन्हें नमन कर रहे हैं. उनके परिवार को बुलाकर हमने सम्मान दिया है और इस तरह हमने आज यह स्मृति दिवस मनाया है.
इसलिए मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस : पुलिस स्मृति दिवस भारत में हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है. उन पुलिसकर्मियों को याद किया जाता है, जो देश की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं. देश भर में पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद किया जाता है,उन्हें सम्मान दिया जाता है. इसका इतिहास 21 अक्टूबर, 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में सीआरपीएफ की एक टुकड़ी पर चीनी सेना द्वारा घात लगाकर किए गए हमले से जुड़ा है. इस हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए थे.