ETV Bharat / state

नक्सली क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में समय पर नहीं पहुंचने के डॉक्टर के पास कई बहाने, मरीजों को करना पड़ता है इंतजार - Medinirai hospital - MEDINIRAI HOSPITAL

Medinirai Hospital. पलामू में मरीजों की शिकायत पर मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल का निरीक्षण किया गया. इस दौरान ओपीडी में समय पर डॉक्टर के नहीं बैठने को लेकर सुपरिटेंडेंट ने बताया कि ट्रैफिक जाम रहने के कारण डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं.

doctors-are-not-able-to-reach-on-time-mednirai-hospital-in-palamu
मेदनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 15, 2024, 8:45 PM IST

Updated : Jun 15, 2024, 9:23 PM IST

पलामू: चौक चौराहों पर जाम रहने के कारण डॉक्टर मरीज का इलाज नहीं कर पाते हैं, डॉक्टर्स समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते हैं. यह तर्क है झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार की सीमा पर मौजूद सबसे बड़े रेफरल अस्पताल मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का. मेडिकल कॉलेज में ओपीडी में समय पर डॉक्टर के नहीं बैठने के मुद्दे पर जब सुपरिटेंडेंट से सवाल किया गया तो उनका तर्क था कि चौक चौराहे जाम रहने के कारण डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं.

दरअसल, यह पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है. 2019 में पलामू के सदर अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज में अपग्रेड होने के बाद लोगों की उम्मीद जगी थी कि मरीज का इलाज होगा. उन्हें अब इलाज के लिए रिम्स या दूसरे अस्पतालों की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा लेकिन अफसोस कि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में तय समय पर डॉक्टर इलाज के लिए ओपीडी में नहीं बैठते हैं.

डॉक्टर की अनुपस्थिति को लेकर अस्पताल सुपरिटेंडेंट का बयान (ETV BHARAT)

मरीज को घंटों करना पड़ता है इंतजार

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों को इलाज के लिए डॉक्टर का घंटों इंतजार करना पड़ता है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डॉक्टरों को ओपीडी में बैठने का समय सुबह 9 बजे से तय किया गया है लेकिन कई वार्ड सुबह 10-11 बजे तक बंद ही रहते हैं. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल झारखंड, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ सीमा पर सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है. जहां प्रतिदिन 600 से 700 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

पलामू के हरिहरगंज से अपने रिश्तेदार को इलाज करवाने पहुंचे विकास कुमार ने बताया कि वह सुबह से डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं लेकिन ओपीडी अभी तक खुली नहीं है. इसी तरह कमला देवी ने बताया कि अक्सर समय पर डॉक्टर नहीं बैठते हैं. एमएमसीएच के सुपरीटेंडेंट प्रभारी आर के रंजन ने बताया कि शहर में चौक जाम रहने के कारण डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं. कुछ परेशानियां है और डॉक्टर भी कम है. मेडिकल कॉलेज का थ्योरी क्लासरूम 6 से 7 किलोमीटर दूर है जहां से सभी को आने में टाइम लगता है.

डॉक्टर्स ने कार्यशैली में सुधार नहीं लाया तो होगा आंदोलन: कांग्रेस जिला अध्यक्ष

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में समय से डॉक्टर को उपलब्ध नहीं होने के विषय पर कांग्रेस भी सवाल उठा चुकी है. कांग्रेस के नेताओं ने मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था. इस दौरान कई डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए थे. पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टर से जवाब भी मांगा है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में समय पर डॉक्टर नहीं बैठते हैं. डॉक्टर की कार्यशैली के कारण सरकार भी बदनाम हो रही है. कार्यशैली में सुधार नहीं लायी गयी तो आंदोलन और कार्रवाई होगी.

ये भी पढ़ें: झुमरी तिलैया में बिजली कटौती को लेकर कोडरमा विधायक ने पदाधिकारियों पर जताई नाराजगी, बिजली व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश

ये भी पढ़ें: रांची के ज्वेलरी शॉप में ग्राहक बनकर जेवरात चोरी की कोशिश, आरोपी को लोगों ने पकड़ा

पलामू: चौक चौराहों पर जाम रहने के कारण डॉक्टर मरीज का इलाज नहीं कर पाते हैं, डॉक्टर्स समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते हैं. यह तर्क है झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार की सीमा पर मौजूद सबसे बड़े रेफरल अस्पताल मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का. मेडिकल कॉलेज में ओपीडी में समय पर डॉक्टर के नहीं बैठने के मुद्दे पर जब सुपरिटेंडेंट से सवाल किया गया तो उनका तर्क था कि चौक चौराहे जाम रहने के कारण डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं.

दरअसल, यह पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है. 2019 में पलामू के सदर अस्पताल को अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज में अपग्रेड होने के बाद लोगों की उम्मीद जगी थी कि मरीज का इलाज होगा. उन्हें अब इलाज के लिए रिम्स या दूसरे अस्पतालों की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा लेकिन अफसोस कि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में तय समय पर डॉक्टर इलाज के लिए ओपीडी में नहीं बैठते हैं.

डॉक्टर की अनुपस्थिति को लेकर अस्पताल सुपरिटेंडेंट का बयान (ETV BHARAT)

मरीज को घंटों करना पड़ता है इंतजार

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों को इलाज के लिए डॉक्टर का घंटों इंतजार करना पड़ता है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डॉक्टरों को ओपीडी में बैठने का समय सुबह 9 बजे से तय किया गया है लेकिन कई वार्ड सुबह 10-11 बजे तक बंद ही रहते हैं. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल झारखंड, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ सीमा पर सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है. जहां प्रतिदिन 600 से 700 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

पलामू के हरिहरगंज से अपने रिश्तेदार को इलाज करवाने पहुंचे विकास कुमार ने बताया कि वह सुबह से डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं लेकिन ओपीडी अभी तक खुली नहीं है. इसी तरह कमला देवी ने बताया कि अक्सर समय पर डॉक्टर नहीं बैठते हैं. एमएमसीएच के सुपरीटेंडेंट प्रभारी आर के रंजन ने बताया कि शहर में चौक जाम रहने के कारण डॉक्टर समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं. कुछ परेशानियां है और डॉक्टर भी कम है. मेडिकल कॉलेज का थ्योरी क्लासरूम 6 से 7 किलोमीटर दूर है जहां से सभी को आने में टाइम लगता है.

डॉक्टर्स ने कार्यशैली में सुधार नहीं लाया तो होगा आंदोलन: कांग्रेस जिला अध्यक्ष

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में समय से डॉक्टर को उपलब्ध नहीं होने के विषय पर कांग्रेस भी सवाल उठा चुकी है. कांग्रेस के नेताओं ने मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था. इस दौरान कई डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए थे. पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टर से जवाब भी मांगा है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में समय पर डॉक्टर नहीं बैठते हैं. डॉक्टर की कार्यशैली के कारण सरकार भी बदनाम हो रही है. कार्यशैली में सुधार नहीं लायी गयी तो आंदोलन और कार्रवाई होगी.

ये भी पढ़ें: झुमरी तिलैया में बिजली कटौती को लेकर कोडरमा विधायक ने पदाधिकारियों पर जताई नाराजगी, बिजली व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश

ये भी पढ़ें: रांची के ज्वेलरी शॉप में ग्राहक बनकर जेवरात चोरी की कोशिश, आरोपी को लोगों ने पकड़ा

Last Updated : Jun 15, 2024, 9:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.