पटना : अचानक एक बार फिर से पटना के खान सर सुर्खियों में आ गए. बीपीएससी नॉर्मलाइजेशन को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना जो आंदोलन किया था उसमें खान सर भी शामिल थे. शुक्रवार की शाम को पुलिस के मुताबिक वह थाने में आकर चले गए. पूरे देश में यह खबर फैल गई कि खान कर गिरफ्तार हो गए. लेकिन, आनन फानन में पुलिस ने यह बयान जारी किया कि खान सर को हिरासत में नहीं लिया गया था. वह घूमते हुए थाने आए थे उसके बाद उन्हें सुरक्षित उनकी गाड़ी तक पहुंचा दिया गया था.
सुर्खियों में आए खान सर : हालांकि तब तक खबर आग तरफ फैल गई कि खान सर गिरफ्तार हो गए. सोशल मीडिया पर उनकी रिहाई की मांग शुरू हो गई. ऐसे में पटना पुलिस ने अपना एक वीडियो बयान भी जारी किया और अपनी सफाई दी. आज हम आपको बताएंगे कि कौन हैं खान सर और कैसे वह इतनी सुर्खियों में आ गए? क्या है उनके पढ़ाने का तरीका? क्या है उनका असली नाम और कहां के रहने वाले हैं खान सर?
आज दिनांक 07.12.24 की सुबह सोशल मीडिया साइट ट्विटर (X) पर खान ग्लोबल स्टडीज ( @kgs_live ) नाम के एक हैंडल से एक तथ्यहीन, भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट किया गया है जिसमें खान सर की रिहाई की मांग की जा रही है।
— Patna Police (@PatnaPolice24x7) December 7, 2024
पटना पुलिस द्वारा खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उक्त पोस्ट में कहीं गई… pic.twitter.com/nVeULIKTPN
खान सर को आपदा में अवसर मिला : 2020-21 में जब पूरी दुनिया में कोरोना का असर था, भारत में भी लॉकडाउन कर दिया गया था. स्कूल, कॉलेज, सड़कें सब बंद कर दी गई थीं. सभी अपने घर में हाउस अरेस्ट की जिंदगी जी रहे थे. इसी समय इंटरनेट पर यूट्यूब के माध्यम से बिहारी भाषा में पढ़ाने वाले एक शख्स तेजी से उभरे.
उनके पढ़ाने का तरीका बहुत ही अलग था. अपनी बोलचाल में वह देसी भाषा का प्रयोग करते थे. उनके उदाहरण भी गंवई अंदाज में होते थे. उनके पढ़ने का अंदाज ऐसा था कि उनके विषय से जिनका ताल्लुक भी नहीं होगा वह भी उनका पूरा वीडियो देखते थे. इंटरनेट सेंसेशन में उनका नाम 'खान सर' के तौर पर जाना गया.
साधारण शक्ल, फॉर्मल कपड़े, और बोलने का अंदाज बिहारी, मजाकिया लहजा खान सर को अलग बनाता था. देखते-देखते खान सर मीडिया और इंटरनेट पर छा गए. अब हर तरफ खान सर की बातें होने लगी. कोरोना के बाद भी खान सर की प्रसिद्ध में कोई कमी नहीं हुई. यहां तक कि खान सर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार-सभाओं को अटेंड करने लगे. खान सर लगातार सफलताओं की सीढ़ी चढ़ने लगे.
अमित सिंह या फैजल खान : अब तक लोग खान सर को सिर्फ खान सर के नाम से ही जानते थे. उनके असली नाम को कोई नहीं जानता था, ना तो उनके छात्र और ना ही उनके कलीग उनके असली नाम को बता पाए. पटना में उनका कोचिंग सेंटर जरूर है लेकिन, वह पटना के रहने वाले नहीं है.
एक समय चर्चा यह हुआ कि उनका असली नाम अमित सिंह है लेकिन, खान सर ने खुद ही उस नाम को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि कुछ दोस्त उन्हें अमित के नाम से पुकारते थे लेकिन, उनका असली नाम अमित नहीं है. उस समय उन्होंने बयान दिया था कि उनको समझ सके इतनी समझ सभी को नहीं है. नाम को लेकर काफी कंफ्यूजन रहा है.
उस समय जब पड़ताल हुई थी तो फैजल खान नाम भी सामने आया था. बताया गया था कि खान सर का असली नाम फैजल खान है और वह बिहार के नहीं रहने वाले हैं. हालांकि इस बात की पुष्टि कभी भी खुद खान सर ने नहीं किया है. जब भी उन्होंने इस टॉपिक पर वीडियो बनाया है अपने नाम को उन्होंने मजाक बना दिया है.
यूपी के गोरखपुर के खान सर : पटना में खान जीएस रिसर्च सेंटर चलाने वाले खान सर को मानचित्र विशेषज्ञ बताया गया है. उनकी कोचिंग में यूपीएससी, बीपीएससी, रेलवे, एसएससी और भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है. अपने संस्थान में परीक्षा की तैयारी के लिए वह ₹200 से 1000 तक की फीस लेते हैं. लाखों बच्चे उन्हें सब्सक्राइब करके वीडियो से क्लास करते हैं और अपनी सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा करना चाहते है. लेकिन, खान सर पटना के रहने वाले नहीं है, वह यूपी के गोरखपुर के रहने वाले हैं. उनका जन्म 1993 में हुआ है.
राजनीति में भी तलाश रहे हैं जगह : पिछले दिनों एक तस्वीर खान सर की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की काफी वायरल हुई थी. खुद खान सर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने मुख्यमंत्री आवास गए थे. काफी देर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खान सर से बातचीत की थी. नीतीश कुमार, खान सर को छोड़ने बाहर तक आये थे. तब यह चर्चा हुई थी कि खान सर पॉलिटिक्स ज्वाइन करेंगे. उनकी पहली पसंद जनता दल यूनाइटेड होगी.
हालांकि खान सर ने इस बाबत कोई बयान तो नहीं दिया लेकिन, कुछ ही दिन के बाद जदयू के राष्ट्रीय महामंत्री मनीष वर्मा के आवास पर भी खान सर को देखा गया. हालांकि उस तस्वीर को खुद मनीष वर्मा ने ही पोस्ट किया था. इसके बाद इस खबर की पुष्टि ज्यादा होने लगी कि खान सर राजनीति करने वाले हैं. हालांकि ना तो जदयू और ना ही खान सर की तरफ से इस बात की कोई पुष्टि की गई.
त्रिपुंड तिलक लगाने वाले खान सर : खान सर के नाम पर, रहने पर, राजनीति पर तो विवाद रहा ही है. लेकिन, खान सर अक्सर विवादों से भी घिरे रहे हैं. चुंकी नाम से मुस्लिम प्रतीत होते हुए भी खान सर त्रिपुंड तिलक करते हैं. रक्षाबंधन भी मानते हैं, पूजा अर्चना भी करते हैं. कुछ साल पहले खान सर सरस्वती पूजा के दौरान पूरे हिंदू रीति रिवाज से सरस्वती जी की पूजा कर रहे थे. ऐसे में विवाद यह हुआ कि मुस्लिम होते हुए वह हिंदू देवी देवताओं की पूजा कैसे कर सकते हैं? कई लोगों ने इसे वायरल किया था और इसकी आलोचना की थी.
पत्रकार नगर थाने में हुआ था केस : 2 साल पहले खान सर के खिलाफ पटना के पत्रकार नगर थाने में एफआईआर दर्ज भी किया गया. उस समय खान सर ने आंदोलन नहीं, आंदोलन को हवा दी थी. 24 फरवरी 2024 को आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा को लेकर हुए छात्रों के हंगामे के बाद खान सर पर एफआईआर दर्ज किया गया था. उन पर आरोप था कि उनके उकसाने पर इतना बड़ा आंदोलन हो गया. ट्रेनों को क्षति पहुंचाई गई. खान सर ने सफाई दिया था कि आरआरबी के खिलाफ छात्रों का स्वतः गुस्सा था. इसलिए वह सड़क पर उतरे. वह एक दो छात्र नहीं थे वह करोड़ों में छात्र थे और उनको रोक पाना मुश्किल था.
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