जयपुर. शहर में पहली बार सिख समाज के कीर्तन दरबार में करीब 30 हजार की संगत एकसाथ जुटेगी. मुम्बई के गुरप्रीत सिंह 'रिंकू वीर जी' जयपुर में अपने प्रवचनों से संगत को निहाल करेंगे. इस दौरान सभी वर्णों को साथ लेकर चलने के गुरु नानक साहब के उपदेश सार्थक होते दिखेंगे. 30 हजार की संगत को गर्मी से बचाने के लिए एयर कूल्ड डोम तैयार किया गया है.
गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा, नेहरु नगर पानीपेच और जयपुर शहर के समूह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के सहयोग से रविवार 23 जून को शाम 5 से रात 10 बजे तक आदर्श नगर स्थित सूरज मैदान में कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा. इस दरबार में सुखमनी साहिब जी के पाठ और कीर्तन दरबार सजेंगे. इससे पहले दोपहर 1 बजे पानीपेच से पांच प्यारों की अगुवाई में गुरु ग्रन्थ साहिब की सवारी लवाजमे के साथ दशहरा मैदान होते हुए सूरज मैदान पहुंचेगी.
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पानीपेच स्थित गुरुद्वारे के सचिव गुरमीत सिंह ने बताया कि ये पहला मौका होगा जब गुरप्रीत सिंह रिंकू वीर जी का जयपुर में कीर्तन दरबार सजेगा. इस दरबार में गुरु नानक साहिब का सभी वर्णों को साथ लेकर चलने का उपदेश सार्थक होगा. इस आयोजन में राजस्थान के अलावा यूपी, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा यहां तक की दूसरे देशों से भी संगत भाग लेगी. यहां करीब 10 हजार स्क्वायर फीट का एयर कूल्ड डोम तैयार किया गया है. जिसमें करीब 25 से 30 हजार की संगत जुटेगी.
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वहीं धर्म प्रचार कमेटी के अध्यक्ष तेजिंदर पाल सिंह ने बताया कि बीते कुछ समय से देश की आबोहवा में नफरत के बीज फल फूल रहे हैं. सियासत ने दरारें डालने का काम किया है और वो इन दरारों को पाटने का काम करना चाहते हैं. सिख समाज का हमेशा से एक प्रयास रहा है कि देश में अमन, शांति, भाईचारा कायम रहे और गुरु नानक साहिब के सिद्धांत के मुताबिक लोगों में मोहब्बत का पैगाम भेज सकें.
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उन्होंने कहा कि जब आजादी की बात थी तो सिखों की दो प्रतिशत आबादी होने के बावजूद उनमें से 90% लोगों ने कुर्बानी दी. सरहदों पर जान देने में भी सीख पीछे नहीं रहे. अब देश में शांति स्थापित करने के लिए सभी धर्म को जोड़कर कीर्तन दरबार का आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले ये आयोजन गंगानगर, इंदौर और अब जयपुर में होने जा रहा है और ये श्रृंखला आगे भी अनवरत जारी रहेगी.