अजमेर: गांव खरखेड़ी से लापता युवती का शाहपुरा जिले के रायला क्षेत्र में हड्डी फैक्ट्री के नजदीक मिले शव का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. खरखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला मुख्यालय में कलेक्टर लोक बंधु और एसपी वंदिता राणा से युवती के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस मामले में धीमी पड़ताल कर रही है.
चीता समाज में पदाधिकारी वाजिद चीता ने बताया कि गांव खरेकड़ी निवासी 30 वर्षीय मुमताज का निकाह ब्यावर जिले के मसूदा क्षेत्र में हुआ था. लेकिन मजदूरी के कारण वह अपने पीहर खरेखड़ी ही रह रही थी. यहां वह पुष्कर में मजदूरी के लिए रोज जाती थी. उन्होंने बताया कि गत 11 सितंबर को भी मुमताज रोजाना की तरह पुष्कर गई थी, लेकिन इस दिन वह वापस घर नहीं लौटी. परिजनों ने अपने स्तर पर उसे खोजने की काफी कोशिश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला.
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समाज में रोष: गत 13 सितंबर को शाहपुरा जिले के रायला थाना क्षेत्र में हड्डी फैक्ट्री के पास तालाब के किनारे युवती की लाश मिलने की सूचना परिजनों को सोशल मीडिया के माध्यम से मिली. परिजनों ने रायला जाकर शव की शिनाख्त की. वाजिद चीता का आरोप है कि मुमताज को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म कर निर्दयता से हत्या कर दी गई. इस घटना से समाज में काफी रोष है. घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है. उन्होंने पीड़ित पक्ष के लिए मुआवजा की भी मांग की.
आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग: समाज के पदाधिकारी मुबारक अली चीता ने कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है और ना ही आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस के ऐसे रवैया के कारण ही अपराधियों के हौसले बुलंद होते हैं और आमजन में डर बना रहता है. चीता ने कहा कि जल्द ही आरोपी गिरफ्तार नहीं होती है, तो चीता समाज अन्य समाज के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेगा.