खूंटी: जेल से निकलने के बाद नक्सली अब सुपारी लेकर हत्याकांड को अंजाम दे रहे हैं. इसका खुलासा भोंज मुंडा हत्याकांड में शामिल गिरफ्तार दो पूर्व नक्सलियों ने किया है. जिसमें मुख्य रूप से फगुआ मुंडा उर्फ चुन्नू मंगा उर्फ लंबू उर्फ पंकज मुंडा और एतवा पूर्ति उर्फ टूनु उर्फ दीपक शामिल है. ये वही नक्सली हैं जिन्होंने वर्ष 2013 में सायको बाजार में दीपावली की शाम चार लोगों की हत्या की थी. खूंटी पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया हैै.
साल 2013 में दीपावली की शाम पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर जिदन गुड़िया (मुठभेड़ में मारा गया) ने अपने दस्ता सदस्यों के साथ मिलकर सायको बाजार में लाह कारोबारी बनवारी लाल साव और उनके पुत्र विनय कुमार गुप्ता, सोहराय कच्छप और एतवा मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसके अलावा चार अक्टूबर 2020 को ओतोंगगोड़ा ग्राम प्रधान पौलुस मुंडा को उसके घर में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी.
जबकि पूर्व माओवादी एतवा पूर्ति उर्फ दीपक के विरुद्ध भी मुरहू थाना (वर्तमान सायको थाना) में दो अलग-अलग हत्या के मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार दोनों नक्सलियों को पुलिस ने 7 फरवरी 2014 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. लेकिन जेल से निकलते ही हत्याकांड जैसी वारदात को फिर से अंजाम दे रहे हैं.
डीएसपी वरुण रजक ने बताया कि सायको के कूदा गांव निवासी भोंज मुंडा हत्याकांड में शामिल गिरफ्तार फगुआ मुंडा और एतवा मुंडा को जेल जरूर भेज दिया गया हो, लेकिन जांचोपरांत गिरफ्तार नक्सलियों के कई वारदात सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि इस बार इन नक्सलियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी ताकि जेल से न छूट पाए. अगर जेल से निकलने कि सूचना मिलेगी तो सीसीए लगवाने को लेकर पत्रचार किया जाएगा
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