खूंटी: जिले के कालामाटी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं के सपनों की उड़ान लगातार जारी है. इस बार हुए जेईई मेंस परीक्षा में इस विद्यालय की सात छात्राओं ने सफलता हासिल की है. जिन छात्राओं ने जेईई मेंस परीक्षा निकाली है, वे छात्राएं ऐसे परिवेश से आती हैं, जहां से इस मुकाम को हासिल करना बहुत बड़ी बात है. इनमें से कुछ छात्राओं के माता-पिता दोनों ही नहीं हैं. वहीं कुछ छात्राओं के पिता नहीं है, उनकी मां रेजा कुली का काम करती हैं. ऐसे गरीब परिवार की छात्राओं के जेईई मेंस जैसी परीक्षा निकालने पर हर तरफ खुशी का माहौल है.
पूर्व उपायुक्त की पहल का असर
दरअसल, जिले के दो पूर्व उपायुक्तों द्वारा शुरू की गयी 'सपनों की उड़ान' सरकारी स्कूलों की छात्राओं के लिए बेहतर शिक्षा का कारण बन रही है. लगातार दो वर्षों तक जेईई मेन्स में परचम लहराने के बाद इस बार भी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने जेईई मेंस में सफलता हासिल की है. करियर कोचिंग सेंटर की मदद से छात्राओं को डॉक्टर और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए बेहतर कोचिंग देने की व्यवस्था की गई है.
विज्ञान और गणित में रुचि रखने वाली छात्राओं को जिला प्रशासन की मदद से नीट, जेईई मेंस और एडवांस की तैयारी कराई जाती है. किसी भी विषय में डाउट होने पर कोचिंग के शिक्षक डाउट दूर कर छात्राओं को बेहतर करने की शिक्षा देते हैं. गरीब किसानों, मजदूरों, रेजा और कुलियों की बेटियां लगातार खूंटी जिले का नाम रोशन कर रही हैं.
ये छात्राएं हुईं सफल
जेईई मेंस देने वाले विद्यार्थियों में अड़की प्रखंड क्षेत्र के सरगेया पंचायत के रौता गांव निवासी सिनी कुमारी, खूंटी के सोसोटोली निवासी प्रिया कुमारी, अड़की के सरगेया पंचायत के कोटा गांव निवासी सुलेखा कुमारी, खूंटी के खटंगा गांव की कोयली मुंडू, गनालोया गांव की रहने वाली रिया कुमारी, खूंटी के माहिल गांव निवासी सपना कुमारी और रनिया प्रखंड क्षेत्र के कुल्हाई गांव निवासी अनुप्रिया कंडुलना शामिल हैं.
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