खरगोन। फर्जी निवास प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले CISF के 6 जवानों को टर्मिनेट कर दिया गया है. ये सभी जवान यूपी के रहने वाले हैं. कुछ समय पहले इनका चयन सीआईएसएफ के लिए हुआ था. ये सभी जवान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में प्रशिक्षण लेने खरगोन जिले के बड़वाह पहुंचे थे. जब यहां उनके सभी सर्टिफिकेट की जांच की गई उस दौरान ये खुलासा हुआ.
जवानों ने बनवाए थे फर्जी निवास प्रमाण पत्र
सीआईएसएफ विभाग द्वारा कुछ समय पूर्व भर्ती निकाली गई थी और इसमें आवेदकों को नियुक्ति पत्र जारी किया गया था. पत्र के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को आरक्षक का पदभार ग्रहण करने एवं प्रशिक्षण के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र बड़वाह रिपोर्ट करना था.यहां प्रशिक्षणार्थियों को बतौर आरक्षक नियुक्त कर दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि में रखा जाता है. इस दौरान जब वहां इन जवानों के सर्टिफिकेटों की जांच की गई तो उनके निवास प्रमाण पत्र प्रथम दृष्टया फर्जी पाए गए. ये सभी 6 जवान नार्थ ईस्ट के थे और यूपी के रहने वाले हैं.
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यूपी में नहीं मिला रिकॉर्ड
फर्जी निवास प्रमाण पत्र के संदेह के आधार पर इनकी जांच कराई गई. थाना प्रभारी प्रीतम सिंह ठाकुर ने बताया कि "सीआईएसएफ की भर्ती का विज्ञापन निकला होगा. उस समय विज्ञापन को दिखकर नार्थ ईस्ट तरफ से भी लोगो ने आवेदन किए थे जो रहने वाले उत्तरप्रदेश के थे. सीआईएसएफ विभाग ने जब उनके निवास प्रमाण पत्र वेरिफाई करने के लिए यूपी भेजे तो वहां उनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला. ऐसे में प्रथम दृष्टया यह संभावना जताई गई की यह दस्तावेज कूट रचित हो सकते हैं. उसके आधार पर सीआईएसएफ ने ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई के लिए आवेदन दिया था.पुलिस ने ऐसे 6 मामले में संबंधितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए कर लिए हैं."