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उपमुख्यमंत्री ने कहा- KGMU में गंभीर बीमारियों का है संपूर्ण इलाज की व्यवस्था - Deputy CM Brajesh Pathak in KGMU

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2024, 10:49 PM IST

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू में नए विभाग खोले जाएंगे. शोध की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं. मरीजों की देखभाल व इलाज के लिए संसाधन में इजाफा हो रहा है. अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जा रहे हैं.

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Photo Credit: ETV Bharat)

लखनऊ: यूपी में तेजी से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो रहा है. आधुनिक इलाज के संसाधन जुटाए जा रहे हैं. केजीएमयू में गंभीर बीमारियों का सम्पूर्ण इलाज हो रहा है. कैंसर की सटीक जांच के लिए पीईटी स्कैन और स्पैक्ट सीटी की सुविधा है. मरीजों की सहूलियतों के लिए और संसाधन बढ़ाए जाएंगे. इसमें किसी भी तरह की बजट आदि की कोई अड़चन नहीं आएगी. यह आश्वासन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिया.

गुरुवार को केजीएमयू न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग का पहला स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. ब्राउन हाल में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू में नए विभाग खोले जाएंगे. शोध की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं. मरीजों की देखभाल व इलाज के लिए संसाधन में इजाफा हो रहा है. अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जा रहे हैं. मेडिकल की पढ़ाई की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा रहा है. इसमें सरकार पूरा सहयोग कर रही है. इसके लिए बजट आदि की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसके लिए सरकार के तरफ से जल्द मंजूरी दी जाएगी. ताकि मरीजों को बेहतर व आधुनिक इलाज मुहैया कराया जा सके.

उन्होंने कहा कि न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग ने एक साल में शानदार काम किया है. विभाग में न्यूक्लीयर मेडिसिन से जुड़ी अन्य जांचों भी शुरू की जाएंगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में गामा नाइफ की सुविधा मरीजों को मिलेगी. लोहिया संस्थान में गामा नाइफ मशीन स्थापित की जाएगी.

कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि केजीएमयू में मरीजों का काफी दबाव है. डॉक्टर-कर्मचारी पूरी लगन से मरीजों की सेवा कर रहे हैं. मरीजों का भरोसा केजीएमयू के डॉक्टरों पर है. इलाज के संसाधनों को बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि मरीजों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों की तरफ रुख न करना पड़े.

शरीर में फैले कैंसर का पता लगाना आसान: न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. कीर्ति श्रीवास्तव ने कहा कि एक साल के दौरान 2000 से ज्यादा पैट स्कैन हो चुके हैं. पैट स्कैन से शरीर में फैले कैंसर का पता लगाने में मदद मिल रही है. इससे सटीक इलाज करने में मदद मिलती है.

जल्द शुरू होगी ओपीडी व वार्ड: डॉ. प्रकाश सिंह ने कहा कि न्यूक्लीयर मेडिसिन को जल्द ही विस्तार दिया जाएगा. ओपीडी व वार्ड शुरू किया जाएगा. वार्ड में भर्ती कर मरीजों को न्यूक्लीयर थेरेपी दी जा सकेगी. साथ ही रोबोटिक मशीन के माध्यम से बायोप्सी भी ली जा सकेगी. उन्होंने कहा कि सभी अंग में पनपी गांठ से बायोप्सी ली जा सकेगी. यह जांच एकदम सटीक होगी.

लखनऊ: यूपी में तेजी से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो रहा है. आधुनिक इलाज के संसाधन जुटाए जा रहे हैं. केजीएमयू में गंभीर बीमारियों का सम्पूर्ण इलाज हो रहा है. कैंसर की सटीक जांच के लिए पीईटी स्कैन और स्पैक्ट सीटी की सुविधा है. मरीजों की सहूलियतों के लिए और संसाधन बढ़ाए जाएंगे. इसमें किसी भी तरह की बजट आदि की कोई अड़चन नहीं आएगी. यह आश्वासन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिया.

गुरुवार को केजीएमयू न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग का पहला स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. ब्राउन हाल में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू में नए विभाग खोले जाएंगे. शोध की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं. मरीजों की देखभाल व इलाज के लिए संसाधन में इजाफा हो रहा है. अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जा रहे हैं. मेडिकल की पढ़ाई की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा रहा है. इसमें सरकार पूरा सहयोग कर रही है. इसके लिए बजट आदि की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसके लिए सरकार के तरफ से जल्द मंजूरी दी जाएगी. ताकि मरीजों को बेहतर व आधुनिक इलाज मुहैया कराया जा सके.

उन्होंने कहा कि न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग ने एक साल में शानदार काम किया है. विभाग में न्यूक्लीयर मेडिसिन से जुड़ी अन्य जांचों भी शुरू की जाएंगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में गामा नाइफ की सुविधा मरीजों को मिलेगी. लोहिया संस्थान में गामा नाइफ मशीन स्थापित की जाएगी.

कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि केजीएमयू में मरीजों का काफी दबाव है. डॉक्टर-कर्मचारी पूरी लगन से मरीजों की सेवा कर रहे हैं. मरीजों का भरोसा केजीएमयू के डॉक्टरों पर है. इलाज के संसाधनों को बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि मरीजों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों की तरफ रुख न करना पड़े.

शरीर में फैले कैंसर का पता लगाना आसान: न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. कीर्ति श्रीवास्तव ने कहा कि एक साल के दौरान 2000 से ज्यादा पैट स्कैन हो चुके हैं. पैट स्कैन से शरीर में फैले कैंसर का पता लगाने में मदद मिल रही है. इससे सटीक इलाज करने में मदद मिलती है.

जल्द शुरू होगी ओपीडी व वार्ड: डॉ. प्रकाश सिंह ने कहा कि न्यूक्लीयर मेडिसिन को जल्द ही विस्तार दिया जाएगा. ओपीडी व वार्ड शुरू किया जाएगा. वार्ड में भर्ती कर मरीजों को न्यूक्लीयर थेरेपी दी जा सकेगी. साथ ही रोबोटिक मशीन के माध्यम से बायोप्सी भी ली जा सकेगी. उन्होंने कहा कि सभी अंग में पनपी गांठ से बायोप्सी ली जा सकेगी. यह जांच एकदम सटीक होगी.

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