दुर्ग: कवर्धा के लोहारीडीह की घटना पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बंद बुलाया. राज्य में इस बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. इस बीच दुर्ग में इस घटना के आरोप में 35 महिलाएं बंद हैं. उनसे मिलने के लिए छत्तीसगढ़ महिला आयोग की टीम शनिवार को दुर्ग के केंद्रीय जेल पहुंची. छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक इस टीम की अगुवाई कर रही थी.
वकीलों को लेकर पहुंची थी किरणमयी नायक: छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक कवर्धा के लोहारीडीह घटना के आरोप में जेल में बंद महिलाओं से मिलने पहुंची थी. वह अपने साथ वकीलों और डॉक्टरों को लेकर आई थी. वकील और डॉक्टरों के साथ किरणमयी नायक को जेल के अंदर जाने से रोका गया. उसके बाद किरणमयी नायक खुद जेल के अंदर गई और महिलाओं से मुलाकात की.
"दो महिलाओं को छोड़कर 33 महिलाओं के शरीर में चोट के निशान हैं. सभी का बयान लिया गया है. चोटों की पुष्टि के लिए फोटोग्राफ लेना आवश्यक है. उनके इलाज के लिए महिला डॉक्टरों को नियुक्त किया जाना चाहिए. इस केस में अगर मजिस्ट्रियल जांच होगी तो वह राज्य शरकार के खिलाफ नहीं जाएंगे. ऐसे में हाईकोर्ट के जस्टिस से इस केस की जांच कराई जानी चाहिए. जिससे सारी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी": किरणमयी नायक, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला आयोग
गृह मंत्री विजय शर्मा भी पहुंचे दुर्ग: कवर्धा में मचे बवाल के आरोप में जिन लोगों को दुर्ग की जेल में रखा गया है. उनसे छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी मुलाकात की है. विजय शर्मा के साथ जेल डीजी हिमांशु गुप्ता भी पहुंचे थे.