कटनी। हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार अगर किसी का निधन हो जाता है, तो उसका अंतिम संस्कार घर का कोई पुरुष सदस्य ही करता है. यानि की पुरुषों को ही अंतिम संस्कार का अधिकारी शास्त्रों में दिया गया है. हालांकि वक्त के साथ-साथ लोगों की धारणाएं बदल रही है. अब महिलाएं या कहें बेटियां भी इस संस्कार को निभाने के लिए आगे आ रही हैं. कई ऐसे मामलों में देखा गया है, जहां बेटा न होने पुत्र के होते हुए भी बेटियों ने अंतिम संस्कार किया है. ऐसा ही एक मामला अब कटनी जिले से सामने आया है.
बेटियों ने किया पिता का अंतिम संस्कार
दरअसल, मध्यप्रदेश के कटनी जिले से बेटियों के बेटों की बराबरी करते हुए एक तस्वीर निकलकर सामने आई है. जहां अपने पिता की मौत के बाद बेटियां न सिर्फ पिता की शव यात्रा में शामिल हुईं, बल्कि उनका अंतिम संस्कार करते हुए बेटों का भी फर्ज निभाया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो के बाद यह कहा जा रहा है कि इस बदलाव के साथ महिलाओं को भी पुरुषो के बराबर दर्जा दिया जाने लगा है.
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अंतिम यात्रा में भी शामिल हुईं बेटियां
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों अयोध्या वासी वैश्य महासभा के वरिष्ठ सदस्य अनिल कुमार गुप्ता का बीमारी के चलते पुणे में देहांत हो गया था. जिनकी अंत्योष्टि का कार्यक्रम कटनी नदी के पार स्थित मुक्तिधाम में किया गया. जिसमें उनकी बेटी सारिका और आदिति ने भी शिरकत की और उन्हें मुखाग्नि भी दी. गौरतलब है की शव यात्रा में कटनी नगर के सामाजिक बंधु और उनके परिवारजनों ने भी हिस्सा लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. बताया जा रहा है स्वर्गीय अनिल कुमार अपने पीछे उनकी दो शादीशुदा बेटियों का परिवार और उनकी पत्नी को छोड़कर दुनिया को अलविदा कह गए.