वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में दाखिले के लिए इंतजार के समय सीमा अभ्यर्थियों की समाप्त हो रही है. विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नाकोत्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एल.एल.बी., एल.एल.एम. सहित 11 और पाठ्यक्रमों का परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.mgkvp.ac.in पर जारी कर दिया गया है. अभ्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते है.
इस बारे में कुलसचिव डॉ. सुनीता पाण्डेय ने बताया, कि बी.ए. (ऑनर्स) जनसंचार, बी.एफ.ए., बी.म्यूज., एल.एल.बी., एल.एल.एम., एम.ए./एम.एस-सी.(गणित), एम.एफ.ए.(अप्लाइड आर्ट्स), एम.एफ.ए.(पेंटिंग), एम.ए./एम.एस-सी.(भूगोल), एम.म्यूज. एवं पी.जी. डिप्लोमा इन साइकोथेरेपी काउंसलिंग एंड गाइडेंस के अभ्यर्थी सीधे https://entrance.mgkvpvonline.org/ पोर्टल से अपने लॉगिन आई.डी. एवं पासवर्ड का प्रयोग कर प्रवेश परिणाम प्राप्त कर सकते हैं.
प्रवेश सेल के समन्वय प्रो. संजय ने बताया, कि अभ्यर्थी https://entrance.mgkvpvonline.org/ पोर्टल के माध्यम से गेट पास डाउनलोड कर सकते हैं. इसके लिये समर्थ पोर्टल पर रजिस्टर्ड ईमेल आईडी को यूजर नेम एवं पासवर्ड के लिए अपनी जन्मतिथि का उपयोग करें. छात्र गेट पास डाउनलोड करने के पूर्व अपनी अर्हता के परिणाम को भी पूर्ण कर लें.
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20 सिंतबर को होगें पी-एच.डी. में दाखिले साक्षात्कार: इसी क्रम में अंग्रेजी एवं अन्य विदेशी भाषा विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में प्रवेश प्रक्रिया के तीसरे चरण के तहत अभ्यर्थियों का पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण एवं साक्षात्कार 20 सितंबर को आयोजित है. विभागाध्यक्ष डॉ. निशा सिंह ने बताया, कि साक्षात्कार उक्त तिथि को दोपहर 12 बजे से विभाग में होगा. अभ्यर्थियों को अपने पीपीटी की हार्डकॉपी एवं सॉफ्टकॉपी, शोध प्रस्ताव के साथ सभी शैक्षिक दस्तावेज के साथ उपस्थित होना अनिवार्य है.
शुरू हुई काशी विद्यापीठ में पीजी डिप्लोमा इन म्यूजिक थेरेपी की कक्षायें: बताते चलें कि,विद्यापीठ के मनोविज्ञान विभाग में संगीत चिकित्सा प्रकोष्ठ के द्वारा पीजी डिप्लोमा इन म्यूजिक थेरेपी पाठ्यक्रम की कक्षाएं आज से शुरू हो गई है. मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. रश्मि सिंह ने बताया, कि ये पाठ्यक्रम न सिर्फ भारत एवं विश्व के पटल पर संगीत चिकित्सा स्थापित करने का काम करेगा, बल्कि परम्परागत चिकित्सा पद्धति को भी सुरक्षित रखेगा. इससे आगामी आने वाले दिनों में समाज को एक नई दिशा मिलेगी, जो लोगों के मानसिक स्वास्थ का देखभाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
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