वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में 103वां दीक्षांत समारोह मनाया जाएगा. इस बार विद्यार्थियों को दी जाने वाली डिग्रियां खास होंगी. 14 दिसंबर को होने वाले प्रोग्राम में कुल 16,000 डिग्रियां विद्यार्थियों को प्रदान की जाएंगी. इन सभी डिग्रियों को हाईटेक तरीके से तैयार किया गया है. इसमें बार कोड लगाने के साथ ही कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स भी जोड़े गये हैं. यह प्रयास छात्र-छात्राओं की डिग्रियों को सुरक्षित रखने के लिए किया गया है.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में 103वां दीक्षांत समारोह मनाए जाने की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं. मेधावी छात्र-छात्राओं की सूची लगभग तैयार हो गई है. दीक्षांत समारोह का आयोजन 14 दिसंबर से 16 दिसंबर तक किया जाना है. इस दौरान 450 पदक और 16,000 उपाधियां बांटी जाएंगी. अलग-अलग संकायों में मेधावियों को पदक, उपाधियां दी जाएंगी. संबद्ध कॉलेजों के दीक्षांत समारोह भी परिसर ही आयोजित में होंगे.
नहीं हो सकेगी डिग्रियों की जालसाजी: परीक्षा नियंत्रक प्रो. एनके मिश्रा ने बताया कि इस बार डिग्री में छात्रों के नाम, अनुक्रमांक सहित अन्य शैक्षणिक जानकारी होगी. बारकोड के साथ ही कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े जाएंगे. इससे यह फायदा रहेगा कि छात्र-छात्राओं की उपाधियों की डिग्रियां जालसाजी कर कोई डुप्लीकेट कॉपी नहीं बना सकेगा. जो भी ऐसा करेगा वह पकड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि स्नातक, स्नातकोत्तर सहित अन्य पाठ्यक्रमों की डिग्रियों पर बारकोड लगाए जा रहे हैं.
एकेडमिक काउंसिल फाइनल करेगा सूची: परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा विभाग की ओर से पदक के साथ ही उपाधियां भी तैयार करवाई जा रही हैं. इनकी सूची इस महीने के अंत तक फाइनल होने का अनुमान है. दीक्षांत समारोह में जो भी पदक, उपाधियां दी जाएंगी उसकी सूची पर एकेडमिक काउंसिल की मुहर जरूरी है. विश्वविद्यालय की ओर से 07 दिसंबर को काउंसिल की बैठक होगी. वहीं ऐसे में माना जा रहा है कि बैठक के बाद सूची अंतिम रूप से तैयार होगी. यह सूची फाइनल होने के बाद वेबसाइट पर अपलोड होगी.
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