वाराणसी: वाराणसी में आज से काशी दर्शन इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू हो गई. इसको लेकर बीते दिनों विभाग और प्रशासन के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक में बस के किराए से लेकर समय तक निर्धारित किया गया था. आज इस बस सेवा के शुरू होने से काशी भ्रमण करने वाले यात्रियों को एक बड़ी सहूलियत मिली है. इस बस से काशी के 10 महत्वपूर्ण मंदिरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे. इसके बाद उन्हें वापस छोड़ दिया जाएगा. बस के लिए टिकट काउंटर भी बनाए जा रहे हैं. इसके साथ ही बस में भी टिकट ली जा सकेगी. साथ ही ऑनलाइन टिकट भी सुविधा उपलब्ध रहेगी. सिर्फ 500 रुपये में इस बस से यात्रा की जा सकेगी.
उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार यानी डबल इंजन सरकार काशी को पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बना रही हैं. मंदिरों के कायाकल्प और जीर्णोद्धार के साथ ही परिवहन सेवा को मजबूत किया जा रहा है, जिससे कि यहां आने वाले पर्यटकों को इधर-उधर भटकना न पड़े. ऐसे में वाराणसी में पर्यटकों की भारी भीड़ और उनकी सहूलियत को ध्यान में रखते हुए काशी दर्शन बस सेवा शुरू की गई है. इसके चलाए जाने से वाराणसी आने वाले पर्यटकों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. इसके साथ ही एक ही दिन में लोगों को यहां के महत्वपूर्ण मंदिरों के दर्शन मिल जाएंगे. बस पूरी तरीके से एसी वाली है. ऐसे में गर्मी के समय में भी दिक्कत नहीं होगी.
यात्रियों को मिलेंगे ये सभी सुविधाएं
रोडवेज आरएम गौरव वर्मा ने बताया कि यह पूरी तरीके से इलेक्ट्रिक बस है. यह बस ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस्ड है. इसके साथ ही पूरी तरीके से एसी बस है. इसमें 28 सीटे हैं. इसकी टिकटिंग के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही मोड रखा गया है. बस के अंदर ही ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट मिल जाएगा. काशी ऐप के माध्यम से टिकट ले सकते हैं. इसके साथ ही काउंटर भी बनाया जाएगा. ये काउंटर रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर बनाया जा रहा है. जहां से लोग टिकट ले सकेंगे. इसके साथ ही जो स्टॉपेज हैं, उसके लिए हमने पंफलेट रखा हुआ है, जिससे कि यात्रियों को पता रहे कि मेजर स्टॉपेज कौन से हैं. हमारा काशी का ओडीओपी प्रोडक्ट क्या है और हमारे काशी के फूड स्टॉल के बारे में पता रहे.
'काशी दर्शन' के लिए समय निर्धारित
राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि काशी दर्शन के लिए काशी धाम की यह बस सेवा शुरू की गई है. यह बस वाराणसी के रेलवे स्टेशन से निकलेगी. जो यहां के 10 प्रमुख मंदिर हैं, वहां पर यात्रियों को लेकर जाएगी. उनको दर्शन कराएगी. इसके बाद शाम को साढ़े 6 बजे वाराणसी कैंट पर उनको लाकर छोड़ देगी. काशी मंदिरों का शहर है. इस शहर में जो यात्री आते हैं, उनकी इच्छा होती है कि मैं यहां के हर मंदिर में जा सकूं. लेकिन, उनका दर्शन का कार्यक्रम एक दिन में पूरा नहीं हो पाता था. अब इस बस सेवा से सुबह 9 बजे निकलेंगे और शाम को 6:30 बजे 10 प्वाइंट्स पर दर्शन कराते हुए यात्रियों को ड्रॉप कर दिया जाएगा.
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