नई दिल्ली: दिल्ली सहित देशभर में महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं. महिलाएं रात को चांद का दीदार करने के बाद उपवास खोलती हैं. ऐसे में दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में करवा चौथ का चांद नजर आ गया. चांद निकलने के बाद महिलाएं पूजा कर अपना करवा चौथ का व्रत खोली. यह पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है.
दरअसल, इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए करवा माता की विशेष पूजा-अर्चना करती हैं. वहीं, रात को चांद का दीदार करने के बाद उपवास खोलती हैं. इसके लिए वह कई दिन पहले से तैयारी शुरू कर देती हैं. करवा चौथ का उपवास रखने वाली महिलाओं ने बताया कि वह आज का दिन खत्म होते ही अगले दिन से सोचने लग जाती हैं, अगले साल क्या पहनना है.
Delhi: The moon was sighted in the capital, and married women broke their fast after seeing it. On the Shalimar Bagh flyover, couples were seen performing the rituals of breaking their fast together. pic.twitter.com/Lr0SUEZne1
— IANS (@ians_india) October 20, 2024
पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर में धूमधाम से करवा चौथ का पर्व मनाया गया. 26 वर्षों से करवा चौथ का उपवास रखने वाली सोनम ने बताया कि उनको इस दिन को लेकर काफी उत्सुकता रहती है. कोशिश रहती है कि नई ड्रेस पहने. इस बार उन्होंने करवा चौथ के दिन साड़ी का चयन किया. साथ ही उनका प्रयास रहता है कि वह इस दिन अपने परिवार को पूरा समय दें और उनके साथ एंजॉय करें.
#WATCH | उत्तर प्रदेश: नोएडा सेक्टर 34 में करवा चौथ के पर्व पर महिलाओं ने चांद को देखकर अपना व्रत खोला। pic.twitter.com/qxcIRBHulE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 20, 2024
रेनू कथूरिया ने बताया कि वह 36 साल से करवा चौथ का व्रत रख रही है, लेकिन हर बार उनके मन में पहले उपवास को लेकर वही उत्सुकता रहती है. उन्होंने शादी के बाद पहली बार व्रत रखा था. उन्होंने आगे बताया कि जैसे ही यह करवा चौथ सम्पन्न होगा, तो उसके बाद अगले साल के करवा चौथ की तैयारी अभी से शुरू हो जाती है, 2025 में क्या पहनना है.
तिलक नगर की रहने वाली प्रिया ने बताया कि वह 26 वर्षों से करवा चौथ का उपवास रखती आ रही है. प्रयास रहता है कि परिवार को पूरा समय दे पाए और अच्छे पकवान बना कर खिला पाएं. वह कई दिनों पहले से इसकी तैयारी शुरू कर देती है. इसके अलावा उनके पति करवा चौथ की तैयारी की शॉपिंग में पूरा साथ देते हैं. पति के साथ में मेहंदी, चूड़ी और श्रृंगार के सामान खरीदने में काफी अच्छा लगता है.
डासना जेल में महिलाओं ने मनाया करवा चौथ: जिला कारागार गाजियाबाद में 67 बंदी सुहागन महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत धूमधाम के साथ मनाया. जिला कारागार में महिला बंदियों ने जेल परिसर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर करवा चौथ की व्रत की समाप्ति की. जेल प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर में ही सुहागिन महिलाओं के लिए पूजा अर्चना के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. शनिवार देर शाम से ही जेल में मौजूद महिला बंदियों ने जेल प्रशासन के सहयोग से व्रत की तैयारी की थी. चांद देखने के दौरान महिला बंदियों की आंखें नम हो गई. सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य की कामना की.
"सनातन संस्कृति में करवा चौथ का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण है. सुहागन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं. ऐसे बंदी जो पति-पत्नी है और जेल में बंद हैं, उनके करवा चौथ के व्रत की पूजा अर्चना के लिए जेल में विशेष व्यवस्था की गई. जेल में मौजूद सभी सुहागन महिलाओं के लिए पूजा सामग्री, साड़ी आदि की जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई." -सीताराम शर्मा, जेल अधीक्षक, जिला कारागार गाजियाबाद
बता दें, करवा चौथ में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश के साथ-साथ चंद्र भगवान की पूजा की जाती है. इस दौरान महिलाएं नये वस्त्र या साफ सुथरा वस्त्र पहनती हैं. सोलह श्रृंगार कर तैयार होती हैं. दीपक जला कर करवा चौथ व्रत सुनती हैं या स्वयं पढ़ती हैं. करवा चौथ का दिन करक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.
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