लखनऊ: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा निजी कंपनीयों में आरक्षण फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश के राजनीतिक दल भी सवाल उठा रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कर्नाटक कांग्रेस सरकार के इस फैसले को अनुचित करार दिया है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को बीजेपी की तरह ही धन्ना सेठ समर्थक होने का सबूत बताया है. बहुजन समाज पार्टी मुखिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की है.
1.कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा निजी कम्पनियों में स्थानीय लोगों को प्रबंधन स्तर पर 50 व गैरप्रबंधन में 70 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला उचित-अनुचित के विवाद से अधिक, उद्योगपतियों के दबाव में इसका वापस लिया जाना वास्तव में इनका बीजेपी की तरह धन्नासेठ-समर्थक होने का यह नया सबूत।
— Mayawati (@Mayawati) July 19, 2024
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने पोस्ट में जिक्र किया है, कि कर्नाटक के कांग्रेस सरकार ने निजी संपत्तियों में स्थानीय लोगों को प्रबंधन स्तर पर 50 और गैर प्रबंधन में 70% आरक्षण देने का जो फैसला किया है, वह उचित अनुचित के विवाद से अधिक है. उद्योगपतियों के दबाव में इसका वापस लिया जाना वास्तव में इनका बीजेपी की तरह धन्ना सेठ समर्थक होने का यह नया सबूत है.
बसपा अध्यक्ष ने कहा, कि इन्होंने इसी प्रकार हाल के लोकसभा आम चुनाव को गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसे जनहित के ज्वलंत मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया और चुनाव को भाजपा के आरक्षण और संविधान विरोधी होने की तरफ मोड़ा. जबकि, कांग्रेस पर भाजपा दोनों गरीब, बहुजन, आरक्षण और संविधान विरोधी हैं.
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