गैरसैंण: गैरसैंण में विधानसभा मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही शासन-प्रशासन की चुनौती शुरू हो गई हैं. बीते सायं से शुरू बारिश के बाद कर्णप्रयाग से भराड़ीसैंण जाने वाला रास्ता कई जगहों पर बाधित हो रहा है. जिसकी वजह से सत्र के पहले ही कई जिलों के जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी मार्ग पर घंटों फंसे रहे.
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर के सरकार की भी चुनौतियां बढ़ गई हैं. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते गैरसैंण के भराड़ीसैण में मौजूद विधानसभा भवन तक पहुंचाने के लिए कई माननीय को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सत्र के पहले दिन ही कर्णप्रयाग से भराड़ीसैंण तक वीआईपी मूवमेंट बाधित रहा. दरअसल, पूरी रात हुई बारिश के बाद कर्णप्रयाग से आगे सिमली तक सड़क करीब नौ जगहों पर बाधित रहा, जिसे स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा तत्काल खोलने का काम किया गया. हालांकि इस दौरान पौड़ी और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी के अलावा सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली के साथ-साथ सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी घंटों फंसे रहे.
बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा का मानसून सत्र आज से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में शुरू हो रहा है. लेकिन पहले ही दिन कर्णप्रयाग से विधानसभा मार्ग बारिश के कारण बाधित हो गया. जिसके कारण करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. फिलहाल मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम लगी हुई है और बाधित मार्ग को जेसीबी मशीन की मदद से खोला जा रहा है. कर्णप्रयाग थाना प्रभारी डीएस रावत का कहना है कि लगातार हो रही बारिश के कारण रास्ता जगह-जगह से टूट गया है. सुबह भी रास्ता बाधित हुआ था, लेकिन उसे खोल दिया गया था. लेकिन मार्ग लगातार बाधित हो रहा है, आगे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है.
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