कोडरमा: यूं तो समाज का हर तबका करमा उत्सव मनाता है, लेकिन आदिवासी समाज के लिए यह पर्व खासा महत्वपूर्ण है. कोडरमा के हीरोडीह के पपरौंन स्कूल मैदान में घटवार आदिवासी महासभा की ओर से करमा महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस दौरान पारंपरिक वेशभूषा में विधि विधान से महिलाएं करम डाल की पूजा की और अपनी भाई की लंबी उम्र के साथ प्रकृति रक्षा की कामना की.
करमा महोत्सव को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है. जहां स्कूली छात्राओं द्वारा आकर्षक आदिवासी नृत्य पेश किया गया. जबकि करमा महोत्सव में शामिल महिलाएं झूमर डांस किया गया. मांदर की थाप पर आज हर कोई प्रकृति पर्व के मौके पर झूम रहा है और नाच-गाकर प्रकृति की कामना की जा रही है.
करमा महोत्सव कार्यक्रम में बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव शामिल हुए. कार्यक्रम में पहुंचने पर उनका पांरपरिक रूप से स्वागत किया गया. अमित कुमार यादव ने कहा कि करमा झारखंड का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और घटवार समाज के लोग सदियों से जंगलों की रक्षा करते आ रहे हैं लेकिन इन्हें आदिवासी का दर्जा नहीं देकर सरकार इनके साथ अन्याय कर रही है.
कार्यक्रम के आयोजक, घटवार आदिवासी महासभा के प्रदेश प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी राजेश सिंह घटवार और नारायण राय ने बताया कि जंगल-झाड़ के बीच रहते हुए आदिवासी जंगल की सुरक्षा में लगे रहते हैं. इस महोत्सव के जरिए अपने भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं.
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