कानपुर : कानपुर पुलिस एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है. स्वरूप नगर थाने के दरोगा, कांस्टेबल और आर्य नगर चौकी प्रभारी को पुलिस कमिश्नर ने वसूली के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. साथ ही विभागीय जांच बैठाई है. मामले की जांच एसीपी ने की थी. इसमें तीनों पुलिस कर्मी दोषी पाए गए. जिसके चलते तीनों को शुक्रवार देर शाम सस्पेंड कर दिया गया.
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि रतन ऑर्बिट इंदिरा नगर में रहने वाले प्रकाश अग्रवाल की शॉप स्वरूप नगर में है. दुकान में सिर्फ हुक्के से संबंधित माल बेचा जाता है. बीती 19 दिसंबर को स्वरूप नगर थाना के नगर निगम चौकी प्रभारी यशवीर सिंह, कोहना थाने के आर्य नगर चौकी इंचार्ज अविसार सिंह और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार ने प्रकाश अग्रवाल की दुकान पर छापा मारा. दुकान से करीब 100 अदद वेब पीस ई-सिगरेट बरामद किए.
इतना नहीं दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर लेने और दुकान के मैनेजर शिखर त्रिपाठी को चौकी नगर निगम थाना स्वरूप नगर व आर्य नगर चौकी कोहना पर ले जाया गया. शॉप मालिक का आरोप है कि उनसे रुपए की डिमांड की गई थी. इसके साथ ही मांग पूरी न होने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी दी गई. जेल जाने के डर से उनकी डिमांड पूरी कर दी गई. इसके बाद पुलिस वालों ने छापेमारी के बाद सिर्फ पांच ई-सिगरेट बरामद दिखाई और जुर्माना लगाकर छोड़ दिया.
शॉप के मालिक ने इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अफसर को जानकारी दी. मामले में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने एसीपी कर्नलगंज टीवी सिंह को मामले की जांच का आदेश दिया था. एसीपी के ने इस पूरे मामले की जांच के दौरान, शॉप मालिक के लगाए गए आरोप सही पाए. जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने शुक्रवार शाम को स्वरूप नगर थाने के नगर निगम चौकी इंचार्ज यशवीर सिंह, कोहना थाने के आर्य नगर चौकी इंचार्ज अविसार सिंह और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है, साथ ही तीनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है.
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