कानपुर : आमतौर पर जब कानपुर विकास प्राधिकरण से कोई आवेदक या उपभोक्ता आवासीय या व्यावसायिक प्लॉट खरीदता है तो उसके नामांतरण से लेकर तमाम दूसरे कामों के लिए आवेदक को प्राधिकरण के कई चक्कर काटने पड़ जाते हैं. हालांकि अब ऐसा बिल्कुल नहीं होगा. हर आवेदक की समस्या को सुनने के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण के अफसर हर बुधवार को परिसर में ही शिविर लगाएंगे और लोगों की समस्या का त्वरित समाधान कराएंगे. इसके लिए प्राधिकरण उपाध्यक्ष की ओर से आदेश जारी हो गए हैं. केडीए वीसी राकेश सिंह ने कहा कि अगर किसी आवेदक ने किसी बाबू या कर्मी की शिकायत की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. केडीए वीसी द्वारा लागू नई व्यवस्था से केडीए कर्मियों के बीच असहज स्थिति है. केडीए के मीडिया प्रभारी शशिभूषण राय ने बताया कि हर बुधवार सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक शिविर संचालित किया जाएगा.
योजनाओं की दी जाएगी जानकारी : शिविर में केडीए अफसरों द्वारा आवेदकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी. केडीए के आला अफसरों के मुताबिक आवेदकों या पीड़ितों को योजनाओं में आवेदन कैसे करना है? किसी तरह के दलालों से कैसे बचना है? इस तरह की पूरी जानकारी दी जाएगी. जिससे आवेदक किसी तरह के भ्रम में न रहें. इसके अलावा अगर किसी प्लॉट या भूखंड पर किसी आवेदक द्वारा अपना दावा किया जा रहा है तो उसके सभी साक्ष्यों की जांच कराने के बाद उसे कब्जा भी दिलवाया जाएगा.
37 वैकल्पिक भूखंडों का हुआ आवंटन : केडीए में शुक्रवार को कुल 37 वैकल्पिक भूखंडों का आवंटन किया गया. जिसमें टाइप-ए श्रेणी के 112.5 वर्गमीटर वाले 5, टाइप-बी श्रेणी के 60 वर्गमीटर वाले 26 और टाइप-डी श्रेणी के 30 वर्गमीटर वाले कुल 6 आवंटी शामिल रहे. केडीए के अफसरों का कहना था कि सभी आवंटियों को यह भूखंड, नियमानुसार दिए गए हैं.
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