कानपुर: कुछ दिनों पहले जब कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने शहर के बेकनगंज समेत अन्य मुस्लिम क्षेत्रों का दौरा कर मंदिरों की दशा देखी थी, तो कहा था बहुत जल्द 100 मंदिरों के ताले टूटेंगे और वहां गतिविधियां शुरू होंगी. उसी क्रम में सोमवार को महापौर प्रमिला पांडेय शहर के मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र लुधौरा (कर्नलगंज) पहुंची. यहां जब मेयर ने मंदिरों की स्थिति देखी तो बहुत अधिक अफसोस जताया.
मेयर ने कहा, यहां मंदिरों की स्थिति दयनीय है. मूर्तियां तोड़ी जा चुकी हैं और भगवान शंकर गायब हैं. प्रमिला पांडेय ने कहा, कहीं पर फैक्ट्री संचालित है. मैं, उन संचालकों से पूछना चाहती हूं, क्या उनके कुरान में ये लिखा है, कि मंदिर तोड़ा जाए...? मेयर ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा मैंने भी कुरान पढ़ी है. यहां जो मिर्जा साहब हुआ करते थे, वह सब बताते थे. कुरान में किसी धर्म के विरोध जैसी कोई बात नहीं लिखी है.
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सिर से नहीं उतरा हेलमेट, इसी कर्नलगंज में हुआ था दंगा: मेयर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, जिस लुधौरा में मैं खड़ी हूं, इसे आज जरूर कर्नलगंज कहा जाता है. लेकिन, 1991 में यही दंगा हुआ था. उस समय भाजपा नेता नीरज चतुर्वेदी यहां से चुनाव जीते थे. तब इस क्षेत्र को जनरलगंज के नाम से जाना जाता था. यहां की एक-एक गली में मैंने प्रचार किया है. एक-एक गली से वाकिफ हूं. तब के दौर में यहां मंदिर दिखते थे. लेकिन, अब नामोनिशान तक गायब है, जो कि पूरी तरह से गलत है.यह भी पढ़ें - सीसामऊ में गरजा बुलडोजर; MLA नसीम सोलंकी की गुहार-हफ्ते भर समय दे दीजिए, मेयर बोलीं- एक सेकेंड की मोहलत नहीं दूंगी - KANPUR NEWS