कानपुर : जम्मू-कश्मीर में हुए ट्रक हादसे में जिले के पवन यादव भी शहीद हो गए थे. मंगलवार को जवान का पार्थिक शरीर गांव पहुंचा तो हर गली गमगीन हो गई. अंतिम दर्शन पाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. हर तरफ भारत माता के जयकारे गूंजते रहे. काफी संख्या में युवा हाथ में तिरंगा लेकर चल रहे थे. राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान का अंतिम संस्कार शिवराजपुर के खेरश्वर घाट पर किया गया. ये घाट गांव से करीब 5 किमी की दूरी पर है.
वहीं शहीद जवान पवन यादव के परिवार को प्रदेश सरकार की ओर 50 लाख रुपये का चेक योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला वारसी ने सौंपी. साथ ही शहीद स्मारक स्थल बनाने के लिए 18 बिस्वा जमीन स्वीकृत की गई. स्थानीय विधायक राहुल बच्चा सोनकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सेना ट्रक हादसा शनिवार 4 जनवरी को जम्मू कश्मीर के वांदीपोरा में हुए था. जिसमें कानपुर के जवान पवन यादव शहीद हो गए. जिनका पार्थिक शव मंगलवार कानपुर के शिवराजपुर लाया गया था. पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
बता दें कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में सेना का ट्रक बेकाबू होकर खाई में गिर गया. हादसे में कई जवान शहीद हो गए थे. इनमें से एक कानपुर के पवन यादव भी थे. वह कानपुर नगर की बिल्हौर तहसील क्षेत्र के शिवराजपुर के गांव दुर्गापुर के निवासी थे. उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर में थी.
घने कोहरे व छाए बादलों के कारण शहीद का पार्थिक शरीर गांव नहीं पहुंच पाया था. सोमवार की देर शाम शव चकेरी एयरपोर्ट पर पहुंचा. इसके बाद मंगलवार की सुबह 11 बजे शव गांव दुर्गापुर पहुंचा. आसपास के सभी समाजसेवी व जनप्रतिनिधियों व सेना के जवानों ने पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया.
वहीं शव गांव पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई. माता-पिता, पत्नी, बच्चे, भाई सभी दहाड़े मारकर रोने लगे. परिजनों का रोना देखकर दिलासा देने वालों की भी आंखें नम हो गईं.
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