कानपुर : जिले में मेट्रो निर्माण कार्य के चलते कई घंटों तक लगे लंबे जाम में एम्बुलेंस में प्रसूता का प्रसव कराना पड़ गया. इस दौरान नवजात की एम्बुलेंस में ही मौत हो गई. जबकि जाम के चलते एक अन्य एम्बुलेंस भी फंसी रही. जैसे तैसे एंबुलेंस चालक की सूझबूझ से प्रसूता को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
कानपुर के नौबस्ता में मेट्रो निर्माण के चलते कानपुर-हमीरपुर हाईवे पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. गुरुवार देर रात करीब तीन बजे जाम लगा, जो शुक्रवार सुबह 11 बजे तक लगा रहा. पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए बिधनू नहर से रामसनेही मिश्र मार्ग से किसान नगर की तरफ भारी वाहनों को डायवर्ट कर दिया. इसके चलते इस मार्ग पर भी जाम लग गया. इस बीच सचेंडी के पलरा गांव निवासी कमलेश की गर्भवती पत्नी सोनी (35) को प्रसव पीड़ा होने लगी. इस पर आशा बहू संगीता ने कंट्रोल रूम पर फोन कर एम्बुलेंस बुलवाई. संपर्क मार्ग पर जाम के चलते एम्बुलेंस जामू नहर पुल के पास फंस गई. इस दौरान प्रसव पीड़ा बढ़ने पर आशा बहू और प्रसूता की सास को ही एम्बुलेंस में ही प्रसव कराना पड़ा. प्रसव के बाद भी एम्बुलेंस जाम में ही फंसी रही और नवजात की मौत हो गई. करीब एक घंटे बाद जाम खुलने पर प्रसूता को सीएचसी में भर्ती कराया जा सका. इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा.
बिधनू सीएचसी मेडिकल सुपरिटेंडेंट नीरज सचान का कहना कि गर्भवती महिला प्रसव के बाद गंभीर अवस्था में अस्पताल में आई थी, जहां उसका इलाज चल रहा है. नवजात की पहले ही मौत हो चुकी थी.
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