कानपुर: सिविल लाइंस स्थित 1000 करोड़ रुपये की नजूल की भूमि कब्जाने के मामले में एसआईटी की टीम ने अभी तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि पांच से अधिक फरार हैं. एक आरोपी ने एसआईटी टीम को इस कांड से जुड़ी अहम जानकारियां दीं तो टीम के सदस्य भी चौंक गए. आरोपी संदीप शुक्ला ने एसआईटी को बताया कि 23 अप्रैल को वह अमित सिंह उर्फ मीतू सिंह, जितेश झा, शरद शुक्ला, अजय शर्मा व एक अन्य आरोपी के साथ झांसी गया था. सभी दो कारों से झांसी गए थे. उस समय लोकसभा चुनाव के चलते जगह-जगह चेकिंग थी. इसलिए उन्होंने कार में लगभग 50 लाख रुपये मछली वाले डिब्बों में लेकर गए थे. पूरे कब्जाकांड मामले के मास्टरमाइंड झांसी निवासी हरेंद्र मसीह से सभी आरोपी 23 अप्रैल को मिले थे. वहां ही जमीन कब्जाने के लिए पूरी योजना बना ली गई थी. इसके बाद 23 अप्रैल को चार आरोपी वापस कानपुर आए थे. जितेश झा व संदीप शुक्ला अगले दिन 24 अप्रैल को हरेंद्र मसीह से पॉवर आफ अटार्नी लेकर लौटे थे.
अमित सिंह से हुआ संदीप का सामना: इस मामले में राजा भैया के करीबी अमित सिंह उर्फ मीतू सिंह को एसआईटी टीम के सदस्यों की ओर से नोटिस जारी किया जा चुका है. एसआईटी टीम के सदस्यों ने गुरुवार को अमित का सामना आरोपी संदीप शुक्ला से कराया. संदीप ने अमित को देखते ही कहा काहे झूठ बोल रहे कि हमें नहीं पहचानते. इसके बाद तो अमित सिंह के चेहरे की हवाइयां उड़ गईं. एसआईटी टीम के प्रभारी ने कहा कि अमित लगातार यह बता रहे थे कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. मगर, एक आरोपी के बयानों के बाद यह सिद्ध हो गया कि वह भी जमीन कब्जाकांड में बराबर से शामिल थे.
झांसी में हरेंद्र मसीह के ठिकानों पर दबिशें जारी: डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि उनकी टीम द्वारा झांसी में लगातार मास्टरमाइंड व सिविल लाइंस स्थित नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन के कांड में मुख्य आरोपी हरेंद्र मसीह को अरेस्ट करने के लिए दबिश दे रही है. फिलहाल हरेंद्र मसीह भागा-भागा घूम रहा है. लेकिन जल्द ही पुलिस साक्ष्यों के आधार पर हरेंद्र मसीह को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी. उन्होंने बताया कि इस मामले में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारियां हो रही हैं. सभी आरोपियों को जेल भेजा जाएगा. इस गंभीर मामले में पुलिस हर छोटे से छोटे बिंदु पर काम कर रही है. कब्जाकांड में शामिल सभी फरार आरोपियों पर अब 50-50 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया गया है.
इस मामले में कब-कब क्या हुआ?
- 28 जुलाई क़ो सिविल लाइंस स्थित 1000 करोड़ रुपये की नजूल की भूमि कब्जाने का मामला सामने आया.
- 28 जुलाई को ही कोतवाली पुलिस ने सिविल लाइंस स्थित नजूल की 1000 करोड़ की भूमि कब्जाने के मामले में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत 10 से अधिक आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की.
- 31 जुलाई क़ो इस मामले में कमिश्नरेट की ओर से एसआईटी गठित की गयी.
- 14 अगस्त से 24 अगस्त तक कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष व आरोपी अवनीश दीक्षित की पुलिस रिमांड के आदेश हुए.
- 12 अगस्त को एसआईटी की ओर से 8 से अधिक आरोपियों पर 25-25 हज़ार का ईनाम घोषित किया गया.
- 14 अगस्त को एसआईटी टीम ने एक और आरोपी राहुल वर्मा को अरेस्ट किया.
- 27 अगस्त क़ो 8 आरोपियों पर 50-50 हज़ार रुपये का ईनाम घोषित किया गया.
- 29 अगस्त क़ो एसआईटी द्वारा आरोपी संदीप शुक्ला को अरेस्ट किया गया.
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