कांकेर: उसेली गांव के सैंकड़ों लोग अपनी शिकायत लेकर कांकेर डीआईजी के दफ्तर पहुंचे. ग्रामीणों की शिकायत थी कि पुलिस ने उनके गांव से एक युवक को जबरन उठा लिया है. युवक के परिजनों से पैसों की मांग की गई. पुलिस पर ये भी आरोप है कि उसने युवक की पिटाई की है. गांव वालों का कहना है कि युवक का नक्सलियों से कोई लेना देना नहीं है. बावजूद इसके पुलिस के लोग बीते कई दिनों से युवक और उसके परिवार वालों को तंग कर रहे हैं.
पुलिस पर ग्रामीणों की पिटाई का आरोप: उसेली गांव के पीड़ित युवक ने बताया कि शाम को मेरे घर पुलिस के लोग आए. मुझसे कहा कि चलो घूमकर आते हैं. गाड़ी में बिठाने के बाद मुझे लेकर वो लोग चरामा थाने पहुंचे. थाने के भीतर मेरी पिटाई की गई. पुलिस वालों ने आरोप लगाया कि आर्मी के जवान की हत्या में तुम शामिल रहे हो. नक्सलियों के दिए पैसे से तुमने जेसीबी और ट्रैक्टर खरीदा है. पुलिस वालों पर आरोप है कि उसने कई कागजों पर युवक के दस्तख़त भी करा लिए. पीड़ित युवक का कहना है ऐसा सिर्फ उसके साथ नहीं बल्कि कई लोगों के साथ हुआ है.
मुझे घर से उठाकर अपने साथ ले गए. थाने के भीतर मेरे साथ मारपीट की गई. मुझसे जबरन कह रहे थे कि वो आर्मी जवान की हत्या में शामिल है. माओवादियों से मिले पैसों से गाड़ी और ट्रैक्टर खरीदे हैं. मेरे अलावा कई और युवकों के साथ भी मारपीट की गई है. - पीड़ित युवक. कांकेर
लड़कों को बेवजह तंग किया जा रहा है. पुलिस थाने ले जाकर मारपीट कर रही है. गांव वाले डरे हुए हैं. कलेक्टर और डीआईजी से इंसाफ की मांग की है. - सरपंच
उसेली ग्राम पंचायत के लोग आज आए थे उनका कहना है कि कुछ पुलिस वाले रात में आकर गांव के कुछ लोगों को उठा के ले गए थे. अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है. एक आवेदन पत्र दिया है जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. - के एल ध्रुव, डीआईजी, कांकेर
बस्तर में चल रहा नक्सल विरोधी अभियान: नक्सल प्रभावित कांकेर में इन दिनों नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के दौरान पुलिस कई बार शक के आधार पर पूछताछ करती है. पुलिस के जवानों पर इस बार मारपीट किए जाने का गंभीर आरोप लगा है. गांव वाले चाहते हैं कि उनके निर्देोष लोगों को किसी पुलिस केस में नहीं फंसाया जाए. जांच के बाद ही ये साफ हो पाएगा कि दोषी कौन है और निर्दोष कौन.