भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय का भुगतान जल्द किए जाने की मांग की है. कमलनाथ ने एक्स पर लिखा है कि प्रदेश के 35 जिलों में काम कर रहीं 60 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को पिछले तीन महीने से मानदेय नहीं मिला है. जबकि केन्द्र सरकार के बजट में आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए बड़ी-बड़ी बातें की जा रही है. कमलनाथ ने लिखा है कि मैं सीएम से ये मांग करता हूं कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को तत्काल वेतन का भुगतान किया जाए.
क्या महिलाएं सामान्य जीवन भी ना जिए
कमलनाथ ने एक्स पर लिखी पोस्ट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय का मुद्दा उठाया है. उन्होंने लिखा है कि जहां नारियों की पूजा होती है. वहां देवता का वास होता है. ये भारतीय संस्कृति का शाश्वत उद्घोष है. लेकिन बीजेपी सरकार ने कसम उठा रखी है कि महिलाओं का किसी रुप में सम्मान तो किया सामान्य जीवन भी व्यतीत नहीं हो सके. कमलनाथ ने 35 जिलों की साठ हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और महिलाओं का मुद्दा उठाया है.
उन्होंने कहा है कि पिछले तीन महीने से इन्हें मानदेय नहीं मिला है. कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ केन्द्र की सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए बजट में बड़ी-बड़ी बातें कर रही है. दूसरी तरफ एमपी में उनके बुनियादी अधिकार से भी उन्हें वंचित किया जा रहा है.
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सौतेला बर्ताव क्यों
कमलनाथ ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से ये जानना चाहता हूं कि आंगनबाड़ी कायकर्ताओं के प्रति इस तरह का उपेक्षा पूर्ण और सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है. जब मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि प्रदेश में बजट की कमी नहीं है तो फिर मानदेय ना दिए जाने की वजह क्या है. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को तत्काल वेतन का भुगतान किया जाए.