लखनऊ: कल्याण सिंह कैंसर संस्थान की इमरजेंसी में बेड की क्षमता दो गुना बढ़ाने की तैयारी है. संस्थान में पिछले एक साल से मरीजों की संख्या में करीब 30 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. इसको देखते हुए संस्थान प्रशासन ने बेड बढ़ाने का फैसला किया है. इससे गंभीर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और बेड के लिए भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया, कि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में लगातार प्रयास जारी है. मरीजों का दबाव बढ़ने की वजह से इमरजेंसी की क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. वर्तमान में इमरजेंसी में 20 बेड पर गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है. सभी बेड ज्यादातर समय भरे रहते हैं.
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20 बेड और बढ़ने से कुल संख्या 40 हो जाएगी. इससे यहां आने वाले रोगियों को तत्काल बेड उपलब्ध कराया जा सकेगा. हमारा लक्ष्य है, कि कैंसर रोगी को इलाज के लिए बिल्कुल भी इंतजार न करना पड़े. 24 घंटे इमरजेंसी सेवा का संचालन हो रहा है. इस समय संस्थान की ओपीडी में रोजाना लगभग 400 मरीज आ रहे हैं. इनमें से हर दिन 15-20 प्रतिशत को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है. इमरजेंसी में बेड फुल होने की स्थिति में स्ट्रेचर पर भी 8-10 मरीजों को उपचार मुहैया करवाया जाता है. बेड बढ़ाने को लेकर सभी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है. अगस्त माह के अंतिम सप्ताह तक इमरजेंसी में बेड की संख्या दो गुना हो जाएगी.
264 नर्सों की भर्ती प्रक्रिया पूरी: प्रो धीमान के मुताबिक, कैंसर संस्थान को टाटा हास्पिटल की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है. गवर्निंग बॉडी से मंजूरी मिलने के बाद सुविधाएं बढ़ाने पर जोर है. हमने हाल ही में 264 पदों पर नर्सिंग स्टाफ की भर्ती पूरी कर ली है. लगभग 95 प्रतिशत को नियुक्ति भी दे दी गई है. वहीं, 19 ओटी सहायक और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती भी की जा चुकी है. इसके अलावा अगले माह से 93 पदों पर नियमित डाक्टरों की भर्ती के साक्षात्कार शुरू होंगे और सितंबर तक सभी की तैनाती करने की योजना है.अक्टूर माह में संस्थान में 650 बेड पर इलाज मिलने लगेगा. हमारा प्रयास है, कि आने वाले छह माह में कैंसर रोगियों को दिल्ली-मुंबई का सफर न करना पड़े, संस्थान में ही हर तरह का इलाज और जांच की सुविधा मिले.