झालावाड़. कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लांट की 600 मेगावॉट की पहली यूनिट में तकनीकी खामी आने से बिजली उत्पादन ठप हो गया है. इस दौरान इंजीनियर्स की टीम मेंटेनेंस कार्य में जुटी हुई है, लेकिन इस यूनिट के बंद हो जाने से भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट गहरा गया है. हालांकि, यहां लगी 600 मेगावॉट की दूसरी यूनिट में उत्पादन लगातार जारी है.
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर के.एल. मीणा ने बताया कि प्लांट में 600-600 मेगावाट की दो यूनिट कार्यरत हैं. ऐसे में पहली यूनिट का फैन अचानक खराब हो गया. टेंपरेचर लेबलिंग की समस्या के कारण यूनिट शटडाउन हो गई. थर्मल के इंजीनियर्स की टीम खामी ठीक करने के प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि थर्मल की पहली यूनिट को जल्द ही लाइटअप कर दिया जाएगा.
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मीणा ने कहा कि यहां लगी 600 मेगावॉट की दूसरी यूनिट से विद्युत उत्पादन सतत जारी है. इधर, पहली यूनिट के बंद होने से भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट और भी गहरा गया है. बंद पड़ी पहली यूनिट से ही 72 हजार मेगावॉट का विद्युत उत्पादन प्रभावित हो चुका है. गौरतलब है कि झालावाड़ जिले में पारा 46 डिग्री को छू रहा है. ऐसे में भीषण गर्मी के कारण जिले में अभी 51 लाख यूनिट प्रतिदिन की डिमांड है, जबकि जयपुर डिस्कॉम को करीब 49.50 लाख यूनिट बिजली ही मिल पा रही है. करीब डेढ़ लाख यूनिट की बिजली आपूर्ति कम हो रही है. ऐसे में कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट के बंद हो जाने से विद्युत आपूर्ति संकट और बढ़ गया है.