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वो गिड़गिड़ाता रहा...लेकिन नहीं पसीजा पुलिसवालों का दिल, आखिरकार चली गयी किसान की जान - KAIMUR POLICE - KAIMUR POLICE

CRUEL FACE OF POLICE: पुलिस पैसे के लिए कितनी क्रूर हो सकती है ये कैमूर में सामने आया जब सांप काटे युवक से पुलिस ने दो हजार रुपये की डिमांड की. वो गिगड़गिड़ाता रहा, लेकिन पुलिसवालों का दिल नहीं पसीजा. आखिरकार पैसे जुटाने में इतनी देर हो गयी कि युवक का समय पर इलाज न हो सका और उसकी मौत हो गयी, पढ़िये पूरी खबर,

पुलिस की बेरहमी से गई किसान की जान !
पुलिस की बेरहमी से गई किसान की जान ! (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 26, 2024, 8:53 PM IST

कैमूरः अगर पीड़ित परिजनों के आरोप में जरा भी दम है तो पुलिसवालों के लिए बड़े ही शर्म की बात है और कई सवाल भी खड़े कर रहा है. ये सवाल सिर्फ कैमूर पुलिस पर ही नहीं बल्कि पूरी वर्दी पर है जिसे लोगों की रक्षा के लिए पुलिसवाले पहनते हैं और फिर उसका इस्तेमाल रक्षा की बजाय हत्या के लिए करते हैं. कैमूर पुलिस पर आरोप है कि उसने सांप काटे हुए किसान से पैसे की मांग की. पैसे जुटाने के चक्कर में इलाज में देर हो गयी और किसान को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.

क्या है पूरा मामला ?: पूरा मामला कैमूर जिले के चैनपुर थाना इलाके के निविया ताड़ गांव का है. मृत किसान के भाई के आरोपों के मुताबिक बुधवार की रात को खेत पटवन के दौरान किसान लखन प्रसाद को जहरीले सांप ने डस लिया. बेचैन किसान खेत से भागते हुए गांव जा रहा था कि बीच में ही पुलिस के गश्ती दल ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ करने लगी.

पुलिस ने मांगे 2 हजार रुपयेः आरोप के मुताबिक किसान ने बताया कि उसे सांप ने डस लिया है और वो घर जा रहा है, लेकिन पुलिसवालों ने उसकी कोई बात नहीं सुनी और 2 हजार रुपये की मांग की. यहां तक कि पुलिस पैसे के लिए उसके घर तक आ गयी. घर में भी पैसे नहीं थे तो जंगल के खेत में पटवन कर रहे बड़े भाई को बुलाया और जैसे-तैसे 700 रुपये दिये.

"पुलिस ने उसे पकड़ लिया और 2000 का डिमांड की और कहा कि कि पैसे दो उसके बाद हम जाने देंगे,पुलिस पैसे लेने के लिए मेरे घर आई और जब भाई के पास पैसे नहीं थे तो हमें फोन किया कि भैया पैसा लेकर आइए नहीं तो पुलिस नहीं छोड़ेगी. हमको सांप ने डस लिया है.हम जंगल के खेत में पटवन कर रहे थे. दौड़ते हुए घर पहुंचे. मेरे पास भी पैसे नहीं थे. किसी तरह व्यवस्था करके 700 रुपये पुलिसवालों को दिए गये तो मेरे भाई को छोड़ा."- जोगिंदर बिंद, मृतक किसान का भाई

इलाज में देर के कारण गयी किसान की जानः पुलिस की डिमांड पर पैसे की व्यवस्था करने में करीब 2 घंटे की देर हो गयी. जिसके बाद घरवाले उसे झाड़फूंक के लिए ले गये, फिर उसे अस्पताल लेकर आए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. किसान लखन प्रसाद की मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि पुलिसवालों ने अगर 2 घंटे देर नहीं की होती तो आज लखन जिंदा होता.

"पुलिस अगर 2 घंटे देर नहीं करती तो आज मेरा भाई जिंदा रहता. पुलिस के कारण ही आज मेरे भाई की मौत हो गयी. अब उसके छोटे-छोटे बच्चे और परिवार के लिए कौन सहारा होगा ? हम कार्रवाई की मांग करते हैं. ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए."-जोगिंदर बिंद, मृतक किसान का भाई

"मामला संज्ञान में आया है. मृतक के परिजनों ने भगवानपुर पुलिस पदाधिकारी पर पैसे लेने का आरोप लगाया है. जांच जारी है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी."- शिव शंकर कुमार, एसडीपीओ, भभुआ

ये भी पढ़ेंःथाना परिसर में 2 चौकीदारों के साथ शराब पार्टी कर रहे थे दारोगा, SP ने तीनों को किया निलंबित - Liquor Party In Kaimur

'पैसा नहीं दोगे तो मारकर तुम्हें..', कैमूर में UP एक्साइज विभाग का नकली दारोगा गिरफ्तार - Fake Sub Inspector Of UP

कैमूरः अगर पीड़ित परिजनों के आरोप में जरा भी दम है तो पुलिसवालों के लिए बड़े ही शर्म की बात है और कई सवाल भी खड़े कर रहा है. ये सवाल सिर्फ कैमूर पुलिस पर ही नहीं बल्कि पूरी वर्दी पर है जिसे लोगों की रक्षा के लिए पुलिसवाले पहनते हैं और फिर उसका इस्तेमाल रक्षा की बजाय हत्या के लिए करते हैं. कैमूर पुलिस पर आरोप है कि उसने सांप काटे हुए किसान से पैसे की मांग की. पैसे जुटाने के चक्कर में इलाज में देर हो गयी और किसान को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.

क्या है पूरा मामला ?: पूरा मामला कैमूर जिले के चैनपुर थाना इलाके के निविया ताड़ गांव का है. मृत किसान के भाई के आरोपों के मुताबिक बुधवार की रात को खेत पटवन के दौरान किसान लखन प्रसाद को जहरीले सांप ने डस लिया. बेचैन किसान खेत से भागते हुए गांव जा रहा था कि बीच में ही पुलिस के गश्ती दल ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ करने लगी.

पुलिस ने मांगे 2 हजार रुपयेः आरोप के मुताबिक किसान ने बताया कि उसे सांप ने डस लिया है और वो घर जा रहा है, लेकिन पुलिसवालों ने उसकी कोई बात नहीं सुनी और 2 हजार रुपये की मांग की. यहां तक कि पुलिस पैसे के लिए उसके घर तक आ गयी. घर में भी पैसे नहीं थे तो जंगल के खेत में पटवन कर रहे बड़े भाई को बुलाया और जैसे-तैसे 700 रुपये दिये.

"पुलिस ने उसे पकड़ लिया और 2000 का डिमांड की और कहा कि कि पैसे दो उसके बाद हम जाने देंगे,पुलिस पैसे लेने के लिए मेरे घर आई और जब भाई के पास पैसे नहीं थे तो हमें फोन किया कि भैया पैसा लेकर आइए नहीं तो पुलिस नहीं छोड़ेगी. हमको सांप ने डस लिया है.हम जंगल के खेत में पटवन कर रहे थे. दौड़ते हुए घर पहुंचे. मेरे पास भी पैसे नहीं थे. किसी तरह व्यवस्था करके 700 रुपये पुलिसवालों को दिए गये तो मेरे भाई को छोड़ा."- जोगिंदर बिंद, मृतक किसान का भाई

इलाज में देर के कारण गयी किसान की जानः पुलिस की डिमांड पर पैसे की व्यवस्था करने में करीब 2 घंटे की देर हो गयी. जिसके बाद घरवाले उसे झाड़फूंक के लिए ले गये, फिर उसे अस्पताल लेकर आए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. किसान लखन प्रसाद की मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि पुलिसवालों ने अगर 2 घंटे देर नहीं की होती तो आज लखन जिंदा होता.

"पुलिस अगर 2 घंटे देर नहीं करती तो आज मेरा भाई जिंदा रहता. पुलिस के कारण ही आज मेरे भाई की मौत हो गयी. अब उसके छोटे-छोटे बच्चे और परिवार के लिए कौन सहारा होगा ? हम कार्रवाई की मांग करते हैं. ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए."-जोगिंदर बिंद, मृतक किसान का भाई

"मामला संज्ञान में आया है. मृतक के परिजनों ने भगवानपुर पुलिस पदाधिकारी पर पैसे लेने का आरोप लगाया है. जांच जारी है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी."- शिव शंकर कुमार, एसडीपीओ, भभुआ

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