कैमूर: बिहार सरकार एक तरफ जहां पब्लिक फ्रेंडली पुलिस को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है. तो वहीं, दूसरी ओर राज्य में दारोगा की दबंगई सामने आ रही है. मामला कैमूर जिले से सामने आ रहा. जहां एक दारोगा पर तीन साल से किराया नहीं देने का आरोप लगा है.
पहले साल समय पर दिया किराया: मिली जानकारी के अनुसार, चार साल पहले भभुआ थाना में तैनात एएसआई प्रभुनाथ सिंह की जब यहां पोस्टिंग हुई थी तो उन्हें भभुआ के वार्ड नंबर 7 स्थित एक मकान में 1200 रूपये के किराए पर कमरा लिया. पहले एक साल तक को एएसआई ने समय पर किराया दिया.
अब तक नहीं हुई कार्रवाई: लेकिन जैसा ही उनका तबादला भोजपुर हुआ तो उन्होंने भाड़ा देना बंद कर दिया और मकान भी नहीं छोड़ा है. दारोगा की यह दबंगई पिछले तीन साल से चल रही है. इस बात से परेशान होकर मकान मालिक ने थाने में कई बार लिखित आवेदन भी दिया. लेकिन इन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. बुजुर्ग मकान मालिक लगातार भभुआ थाने का टक्कर लगा रहे है.
"साल 2020 में दारोगा प्रभुनाथ सिंह मेरे मकान में किराए पर रहने आए थे. पहले एक साल तो उन्होंने समय पर भाड़ा दिया. लेकिन उसके बाद तीन साल से किराया नहीं दे रहे है. ना ही मकान खाली कर रहे है. मेरे अब तक 50 हजार रुपये का नुकसान हो चुका है. मैंने इस संबंध में थाने में भी आवेदन दिया है और गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है." - रविशंकर पांडेय, मकान मालिक
सस्पेंड होने के कारण हुई परेशानी: इस संबंध में दारोगा प्रभुनाथ सिंह ने बताया कि वह पहले भभुआ थाना में तैनात थे. इस दौरान उन्होंने किराए पर कमरा लिया था. जिसके बाद उनका तबादला भोजपुर हो गया. लेकिन इस बीच वह किसी कारण से सस्पेंड हो गए, जिसके कारण किराया नहीं भर पाए. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द की किराया भर दिया जाएगा.
जल्द खाली कराएंगे कमरा: इधर, भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि एक आवेदन मिला है, जिसमें जानकारी दी गई है कि चार साल पहले थाने में तैनात एएसआई प्रभुनाथ सिंह द्वारा भभुआ में एक मकान में किराए पर रूम लिया गया था. लेकिन जब से उनका तबादला हुआ तब से मकान का किराया बाकी है. हमारी उनसे मोबाइल पर बात हुई है. उन्होंने कहा है कि जल्द आकर मकान खाली कर दूंगा और भाड़ा भी दे दूंगा.
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