उत्तरकाशी: धनारी और बरसाली क्षेत्र के आराध्य कचड़ू देवता का मेला धूमधाम से मनाया गया. मेले के समापन पर कचड़ू देवता ने ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर आर्शीवाद दिया. डुंडा ब्लॉक के रनाड़ी गांव के प्राचीन मंदिर में कचड़ू देवता का मेला हुआ. इससे पूर्व ग्रामीण व देवता की डोली गंगा स्नान करने गंगा घाट पर पहुंचे, जिसके बाद ग्रामीणों ने रनाड़ी गांव के प्राचीन मंदिर में अपने आराध्य कचड़ू देवता की विशेष पूजा अर्चना की. यहां धनारी पट्टी के विभिन्न गांव के ग्रामीणों ने देवता की डोली के साथ रासो-तांदी नृत्य कर सुख-समृद्धि शांति की कामना की.
इस दौरान देवता के पश्वा ने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी तथा समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया. मेले में सुसुराल से पहुंची ब्याही बेटियों व ग्रामीणों ने अपने आराध्य कचड़ू देवता को श्रीफल सहित वस्त्र भेंट किए. वहीं, मेले में पहुंचे राजदीप परमार ने देवता को चांदी के ढोल बनाने के लिए एक लाख रुपये का सहयोग राशि दी. इस दौरान कचड़ू देवता समिति की ओर से विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया. इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य पवन नौटियाल, प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत, एडवोकेट देवेंद्र सिंह नेगी, सुनीता नेगी, किशन चंद रमोला, खेमचंद रमेाला, सुरेश चंद रमोला, सोबन चंद, नरेश प्रसाद नौटियाल, सरोप चंद रमोला, धर्म सिंह रजवार आदि मौजूद रहे.
कचड़ू देवता के मेले में हुआ फिल्मांकन: रनाड़ी गांव में कचड़ू देवता के प्राचीन मंदिर में देवता के जागर को फिल्माया गया. जहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने देवता की डोली के साथ रासो नृत्य किया. लोक गायक नत्थी लाल धलवान ने कचड़ू देवता पर 21 मिनट का जागर गया. जहां उन्होंने इस जागर बनाने के लिए पहले कचड़ू देवता से अनुमति मांगी, जिसके बाद उन्होंने आज मेले में इस जागर का फिल्मांकन किया. उन्होंने बताया कि कचड़ू देवता पर पहली बार यहां जागर फिल्माया गया, जो जल्द ही यूट्यूब चैनल पर जारी किया जाएगा.
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