Hindenburg Vs Adani Probe: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने शनिवार को एक रिसर्च रिपोर्ट जारी की है. यह रिपोर्ट अडाणी ग्रुप को लेकर है. इस रिपोर्ट में भारत के मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) चीफ माधबी पुरी बुच पर गौतम अडाणी के अडाणी ग्रुप के मॉरीशस और बरमूडा में इंटरनेशनल फैंड्स में हिस्सेदारी का दावा किया है. जिसको लेकर कांग्रेस ने जांच के नाम पर केन्द्र सरकार पर अडाणी को बचाने का आरोप लगाया है. इसे लेकर अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को दो टूक जवाब दिया है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस ने की जेपीसी की मांग
हिंडनबर्ग की शनिवार को जारी रिसर्च रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने सेबी की चेयरपर्सन और उनके पति पर अडाणी की ऑफशोर संस्थाओं में फंड के निवेश को लेकर जांच की मांग की है. उन्होंने जारी एक बयान में कहा कि सरकार को अडाणी की सेबी जांच में सभी हितों के टकराव को खत्म करने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. महाघोटाले की व्यापक जांच के लिए एक जेपीसी का गठन करके ही सुलझाया जा सकता है.
हिंडनबर्ग के ताजा खुलासे पर कांग्रेस महासचिव (संचार) श्री @Jairam_Ramesh का बयान: pic.twitter.com/SghJliLNYl
— Congress (@INCIndia) August 11, 2024
सिंधिया ने कांग्रेस पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार से अपने लोकसभा क्षेत्र गुना के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. इसके लिए ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि "कांग्रेस का एक ही काम है देश में अराजकता फैलाना और देश को विवादित मामलों में उलझाए रखना. प्रधानमंत्री के साथ ही भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मशाल लेकर देश को विकास और प्रगति के पथ पर चलाने का काम कर रहा है जबकि कांग्रेस सिर्फ भटकाने का काम, अंधेरे में रखने का काम कर रही है. यही उनकी पद्धति रही है और कांग्रेस उसी पद्धति पर काम कर रही है."
NEW FROM US:
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
Whistleblower Documents Reveal SEBI’s Chairperson Had Stake In Obscure Offshore Entities Used In Adani Money Siphoning Scandalhttps://t.co/3ULOLxxhkU
हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट में किया ये दावा
हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में दावा किया है कि व्हिसलब्लोअर डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि सेबी चेयरमैन माधबी पुरी बुच की अडाणी मनी साइफनिंग घोटाले में यूज की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी. हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट कर दावा किया है कि सेबी चीफ का अडाणी ग्रुप से लिंक है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि उनके पति धवल बुच जब वरिष्ठ सलाहकार थे और उनकी पत्नी सेबी की अधिकारी थीं तब ब्लैकस्टोन ने माइंडस्पेस और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट को प्रायोजित किया था. ये भारत का दूसरा और चौथा रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) था, जिसे सार्वजनिक रूप से आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिली थी. इधर इस रिपोर्ट के सभी दावों को लेकर बुच ने जोरदार खंडन किया है.
माधबी पुरी बुच ने आरोपों का किया खंडन
इधर सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा जारी की गई हाल की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का खंडन किया है और उन्हें निराधार और कैरेक्टर एसिनेशन का प्रयास बताया है.
सेबी ने अडाणी की प्रमुख कंपनियों को भेजा था नोटिस
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद सेबी ने अडाणी ग्रुप के खिलाफ जांच शुरू की थी. पिछले साल सेबी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पैनल को सूचित किया था कि वह अडाणी के सार्वजनिक रूप से कारोबार किए जाने वाले शेयरों में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने वाली ऑफशोर संस्थाओं की जांच कर रही है. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अडाणी के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच की याचिका को खारिज कर दिया था. सेबी ने इस साल की शुरुआत में और पिछले महीने भी अडाणी की प्रमुख कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भी भेजा था. हालांकि इस जांच कि अंतिम रिपोर्ट अभी सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जाना शेष है.
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अडाणी ग्रुप ने गड़बड़ियों से किया इंकार
जनवरी 2023 में भी हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें अडाणी समूह पर टैक्स हेवन का यूज करने और शेयरों में हेरफेर करने का आरोप लगाया गया था. जिसके कारण कंपनी के शेयर मूल्य में 150 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई थी. इस रिपोर्ट को लेकर भी अडाणी ग्रुप ने भी किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था इसके बाद शेयरों में कुछ उछाल आया था.