नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनमोहन ने रविवार को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. न्यायमूर्ति मनमोहन को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने राज निवास, उपराज्यपाल के सचिवालय में शपथ दिलाई. दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सतीश चन्द्र शर्मा को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाए जाने के बाद से मुख्य न्यायाधीश का पद खाली था. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस मनमोहन ही कार्यभार संभाल रहे थे. शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और कई अन्य लोग मौजूद रहे.
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की सिफारिश के बाद केंद्र सरकार ने 21 सितंबर को न्यायमूर्ति मनमोहन की नियुक्ति को अधिसूचित किया था. वे शपथ लेने से पहले दिल्ली हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे. सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने 11 जुलाई को न्यायमूर्ति मनमोहन को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी. वे 16 दिसंबर को सेवानिवृत्त होंगे.
#WATCH दिल्ली: न्यायमूर्ति मनमोहन ने राज निवास में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ली। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। pic.twitter.com/AlwreXf7Z2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 29, 2024
न्यायमूर्ति मनमोहन को 18 जनवरी 2003 को दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था. उन्हें 13 मार्च 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उन्हें 17 दिसंबर 2009 को स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था. न्यायमूर्ति मनमोहन को 09 नवंबर 2023 से दिल्ली हाईकोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. बता दें कि न्यायमूर्ति मनमोहन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के ही बाराखंभा रोड स्थित मॉडर्न स्कूल से प्राप्त की है. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी.
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