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आसाराम की अपील पर सुनवाई से खंडपीठ के जस्टिस भाटी ने स्वयं को किया अलग - Asaram case

वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेन्द्रसिंह भाटी ने आसाराम की अपील पर सुनवाई से अपने आप का अलग कर लिया है. इस मामले को अन्य बैंच के समक्ष पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.

RAJASTHAN HIGH COURT
आसाराम केस की सुनवाई मामला (ETV Bharat File photo)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 18, 2024, 9:19 PM IST

जोधपुर : राजस्थान हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने आसाराम की अपील पर सुनवाई से इनकार करते हुए उन्होंने अन्य बैंच के समक्ष मामला रेफर कर दिया. वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी ने आसाराम के मामले पर सुनवाई के लिए अपने आप का अलग कर दिया. दुराचार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की ओर से सजा के खिलाफ वर्ष 2018 में अपील पेश की थी.

वर्ष 2018 में यौन दुराचार के आरोप में आजीवन कारावास की आसाराम को सजा हुई थी और हाईकोर्ट में उस आदेश को चुनौती दी गई. पिछले दिनों आसाराम की ओर से आयुर्वेदिक पद्धति से माधवबाग महाराष्ट्र में उपचार के लिए आकस्मिक पैरोल याचिका पेश की गई थी. हाईकोर्ट खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी की खंडपीठ के समक्ष यह मामला था और आसाराम की वृद्धावस्था को देखते हुए उपचार के लिए सात दिन की आकस्मिक पैरोल मंजूर की गई थी. इसके बाद उसे पांच दिन के लिए बढ़ाया गया था.

इसे भी पढ़ें- बड़ी राहत : पैरोल को पांच दिन बढ़ाया, कोर्ट ने कहा- आसाराम की ओर से खर्चा किया जाएगा वहन - Asaram Treatment

अन्य बैंच के समक्ष पेश करने के निर्देश : उपचार के बाद आसाराम महाराष्ट्र से सेंट्रल जेल जोधपुर में वापस आ गया है. हाईकोर्ट में आसाराम की अपील पर सुनवाई होनी थी. खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी व न्यायाधीश मुन्नुरी लक्ष्मण को सुनवाई करनी थी, लेकिन वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी ने अपने आप को सुनवाई से अलग कर दिया. इस मामले को अन्य बैंच के समक्ष पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.

जोधपुर : राजस्थान हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने आसाराम की अपील पर सुनवाई से इनकार करते हुए उन्होंने अन्य बैंच के समक्ष मामला रेफर कर दिया. वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी ने आसाराम के मामले पर सुनवाई के लिए अपने आप का अलग कर दिया. दुराचार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की ओर से सजा के खिलाफ वर्ष 2018 में अपील पेश की थी.

वर्ष 2018 में यौन दुराचार के आरोप में आजीवन कारावास की आसाराम को सजा हुई थी और हाईकोर्ट में उस आदेश को चुनौती दी गई. पिछले दिनों आसाराम की ओर से आयुर्वेदिक पद्धति से माधवबाग महाराष्ट्र में उपचार के लिए आकस्मिक पैरोल याचिका पेश की गई थी. हाईकोर्ट खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी की खंडपीठ के समक्ष यह मामला था और आसाराम की वृद्धावस्था को देखते हुए उपचार के लिए सात दिन की आकस्मिक पैरोल मंजूर की गई थी. इसके बाद उसे पांच दिन के लिए बढ़ाया गया था.

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अन्य बैंच के समक्ष पेश करने के निर्देश : उपचार के बाद आसाराम महाराष्ट्र से सेंट्रल जेल जोधपुर में वापस आ गया है. हाईकोर्ट में आसाराम की अपील पर सुनवाई होनी थी. खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ पुष्पेन्द्र सिंह भाटी व न्यायाधीश मुन्नुरी लक्ष्मण को सुनवाई करनी थी, लेकिन वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ भाटी ने अपने आप को सुनवाई से अलग कर दिया. इस मामले को अन्य बैंच के समक्ष पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.

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