रांची: सीजीएल परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार द्वारा जेएसएससी को छात्रों की शिकायत की जांच करने का आदेश दिए जाने के बाद आयोग ने कमेटी बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी है, लेकिन खास बात यह है कि इस कमेटी में वही लोग शामिल हैं, जिनके खिलाफ छात्रों ने शिकायत की है.
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा गठित कमेटी में आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता को अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी और परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार लाल को सदस्य रखा गया है. आयोग की यह तीन सदस्यीय जांच टीम छात्रों की शिकायत की जांच करेगी.
गौरतलब है कि राज्यपाल सचिवालय ने पत्रांक 1163/2024 दिनांक 25.9.2024 को झारखंड सामान्य स्नातक योग्यता संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के अभ्यर्थियों से प्राप्त शिकायत पर जेएसएससी को जांच का आदेश दिया है.
30 सितंबर को शिकायतकर्ता छात्रों को बुलाया गया
इन सबके बीच झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जीएएल 2023 परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक और गड़बड़ी से संबंधित लिखित शिकायत करने वाले छात्रों को 30 सितंबर को अपराह्न तीन बजे आयोग कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा है. आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता की ओर से भेजे गए पत्र के अनुसार 06 छात्रों को 26 सितंबर को आयोग के समक्ष दी गई लिखित शिकायत के संबंध में अपना पक्ष रखना है और साक्ष्य के तौर पर एक सीडी, एक पेन ड्राइव और 54 पन्नों का दस्तावेज भी साथ लाना है. आयोग की ओर से जांच के बाद इस मामले में आगे का निर्णय लिया जाएगा.
गौरतलब है कि 21 और 22 सितंबर को एक बार फिर राज्य के सभी जिलों में सीजीएल परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें छात्रों ने प्रश्न लीक के साथ-साथ कई तरह की गड़बड़ी की शिकायत की है, हालांकि आयोग कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करने का दावा कर रहा है.
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