रांची: विवादों के बीच आयोजित हुए जेएसएससी की सीजीएल परीक्षा की जांच कराने को लेकर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इस संबंध में छात्रों का एक शिष्टमंडल पिछले दिनों राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मिला था. राज्यपाल ने छात्रों की शिकायत पर जेएसएससी और मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर इसकी जांच कराने को कहा है. इधर छात्रों के आंदोलन के बीच झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 21 और 22 सितंबर को आयोजित हुई इस परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी कर दी है. आयोग के द्वारा जारी उत्तर कुंजी पर 30 सितंबर तक आपत्ति मांगी गई है.
उत्तर कुंजी जारी होते ही छात्रों की बढ़ी नाराजगी
उत्तर कुंजी जारी होते ही छात्रों की नाराजगी एक बार फिर बढ़ गई है. गुरुवार को आयोग कार्यालय के समक्ष भारी संख्या में जुटे छात्रों के द्वारा उत्तर कुंजी जांच पूरी होने तक जारी नहीं करने का आग्रह आयोग से किया गया था. मगर आंदोलन समाप्त होने के बाद देर शाम जेएसएससी के द्वारा इसे जारी कर दिया गया. इसे नाराज छात्र आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन तेज करने का फैसला लिया है.
छात्रों ने क्या कहा
छात्र नेता मनोज यादव के अनुसार आयोग के समक्ष बातचीत के दौरान आश्वासन दिया गया था कि सोमवार 30 सितंबर को इस मामले में बैठक होगी उसके बाद अग्रतर निर्णय लिया जाएगा. मगर आयोग ने मनमानी करते हुए उत्तर कुंजी जारी कर दिया है. छात्र नेता कुणाल प्रताप के अनुसार अगर सरकार इस परीक्षा को रद्द नहीं करती है तो हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई जाएगी.
परीक्षा रद्द करने की मांग
आयोग के सचिव के अनुसार अभ्यर्थियों से मिले पेन ड्राइव, सीडी और रिपीट किए गए प्रश्न पत्र जो सबूत के रूप में देकर परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है उस पर सोमवार 30 सितंबर को बैठक होनी है. जिसके बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा.
पहले हुए पेपर लीक की जांच नहीं हुई पूरी
गौरतलब है कि 2015 से जारी यह नियुक्ति परीक्षा विवादों में रहने की वजह से आज तक पूरा नहीं हो पाया है. इससे पहले इस साल 28 जनवरी और चार फरवरी को प्रश्न पत्र लीक होने के कारण यह परीक्षा रद्द की गई थी. जिसकी जांच एसआईटी द्वारा अब तक जारी है.
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