जोधपुर: देवनगर थाने से करीब 150 मीटर की दूरी पर शनिवार रात को एक 7 साल की नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. रविवार सुबह घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में ले लिया है. पीड़िता का मेडिकल करवाया जा रहा है. एडीसीपी लाभूराम ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवनगर थाने से करीब 150 मीटर की दूरी पर शनिवार रात प्रथम पुलिया के पास झालावाड़ से मजदूरी के लिए आया परिवार सड़क किनारे सो रहा था. इस दौरान 53 साल का आरोपी देर रात वहां आया और उसने 7 साल की बालिका को सोते हुए देखा. सीसीटीवी में दिख रहा है कि वह एक बिस्तर लेकर आया और कुछ दूरी पर एक घर के सामने बिस्तर लगाया और वापस जाकर बालिका को उठाकर वहां लाया. उसके बाद बच्ची के साथ दुष्कर्म किया.
दर्द से जब बच्ची चिल्लाई तो आरोपी उसे छोड़ कर और अपना बिस्तर लेकर चला गया. बच्ची वापस अपनी मां के पास चली गई. सुबह जब उसे उल्टियां होने लगी तो बच्ची की मां नजदीक में कुछ महिलाओं के पास लेकर गई. महिलाओं ने बताया कि बच्ची बहुत घबराई हुई थी. वह पेट पकड़ कर बैठ गई. उससे पूछा गया तो घटना के बारे में बताई. महिलाओं को बच्ची ने आरोपी के बारे में बताया. उन्होंने मां को नजदीक थाने भेजा. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और तुरंत सीसीटीवी फुटेज देख सबसे पहले आरोपी को डिटेन किया. उसके बाद उच्चाधिकारियों को सूचित कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई.
कपड़े बदले, सीसीटीवी फुटेज दिखाए तो आरोपी मुकरा : 53 साल के आरोपी इसी इलाके में घूमता रहता है. शनिवार रात को घटना को अंजाम देने के बाद उसने अपने कपड़े बदल लिए. सुबह पुलिस ने उसे ढूंढ कर पकड़ा तो वह घटना से मुकर गया. सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए तो कहा- यह मैं नहीं हूं. ऐसे कपड़े मेरे पास नहीं हैं. फिलहाल, देवनगर थाने में उससे पूछताछ की जा रही है. जबकि बालिका का अस्पताल में मेडिकल चल रहा है. बालिका ने पुलिस को उसके साथ हुई घटना भी बताई है.
दो माह में 10 वारदातें : जोधपुर शहर और जिले में 13 अगस्त को पाल रोड पर एक मंदिर के बाहर से ढाई साल की मासूम को उठाकर ले जाने और उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था. उसके बाद से लगातार अब तक यह 10वां मामला है, जिसमें नाबालिग के साथ दुष्कर्म हुआ है. हालांकि, पुलिस ने हर मामले के आरोपियों को पकड़ा है. कई मामलों में चालान भी पेश हो गए हैं, लेकिन घटनाओं पर लगाम नहीं लग रही है.