रांची: झामुमो ने 21 अप्रैल को रांची के प्रभात तारा मैदान में प्रस्तावित उलगुलान महारैली की तैयारी तेज कर दी है. उलगुलान महारैली को लेकर रविवार को भी झामुमो की बैठक हुई, लेकिन बैठक में कल्पना सोरेन नहीं शामिल हुईं. कल्पना सोरेन की जगह रविवार को झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने रामगढ़, बोकारो, गिरिडीह, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, कोडरमा, पलामू, गढ़वा जिले के जिलाध्यक्षों, जिला सचिवों, पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को उलगुलान महारैली में हर प्रखंड और पंचायत से लोगों को शामिल कराने का आह्वान किया.
व्यस्तता की वजह से बैठक में नहीं शामिल हुईं कल्पना सोरेन
झामुमो के रांची स्थित केंद्रीय कार्यालय के सभागार में अयोजित झामुमो की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था, लेकिन इंडिया गठबंधन दलों के नेताओं के साथ बैठक और अन्य व्यस्तता की वजह से कल्पना झामुमो की बैठक में शामिल नहीं हो सकीं. कल्पना सोरेन की अनुपस्थिति में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता विनोद पांडेय ने अलग-अलग जिले से पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
उलगुलान महारैली को सफल बनाने की अपील
बैठक के दौरान विनोद पांडे ने पार्टी के पदाधिकारियों से कहा कि 21 अप्रैल झारखंड मुक्ति मोर्चा महारैली का आयोजन कर रहा है. जिसमें देश भर के इंडिया गठबंधन दलों के शीर्षस्थ नेता भाग लेंगे. इसलिए सभी जिला झामुमो कमेटी यह सुनिश्चित करें कि गांव-गांव और हर प्रखंड- पंचायत से बड़ी संख्या में लोग उलगुलान महारैली में हिस्सा लेने पहुंचें.
झारखंड की धरती से तानाशाह सरकार को दिया जाएगा संदेशः विनोद पांडेय
विनोद पांडेय ने कहा कि जिस तरह से उनके नेता हेमंत सोरेन को साजिश रचकर भाजपा के इशारे पर फंसाया गया है और देश में जिस तरह से तानाशाही सरकार चल रही है और निर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री को जेल भेजा जा रहा है उसके खिलाफ एक जोरदार आवाज झारखंड की धरती से पूरे देश में पहुंचाना है. इसलिए जरूरी है कि लाखों की संख्या में लोग रांची के प्रभात तारा मैदान पहुंचें.
संताल परगना के जिलों के पार्टी पदाधिकारियों संग होगी वर्चुअल बैठक
उलगुलान महारैली की सफलता के लिए दो दिनों में 17 जिला झामुमो इकाई के साथ बैठक हो गई है. अब बाकी बचे जिले जिसमें से ज्यादा संथाल परगना के हैं वहां के नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर जरूरी निर्देश दिए जाएंगे. रविवार को बैठक में कल्पना सोरेन के नहीं पहुंचने से अलग-अलग जिले से आये नेताओं में थोड़ी मायूसी दिखी, लेकिन उन्होंने कहा कि हेमंत है तो हिम्मत है और झारखंड झुकेगा नहीं.
पांच अप्रैल को बैठक में शामिल हुईं थी कल्पना सोरेन
गौरतलब को कि पांच अप्रैल को जेएमएम के केंद्रीय कार्यालय में आठ जिलों के जिलाध्यक्षों, जिला सचिवों और केंद्रीय समिति सदस्यों के साथ बैठक हुई थी. जिसमें कल्पना सोरेन ने भी शिरकत की थीं.
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