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लोकसभा चुनाव 2024: झामुमो के तरकश में उम्मीदवारों के भीतरी-बाहरी का भी तीर, जानिए बीजेपी के किन प्रत्याशियों का दूसरे राज्य से है नाता - Non Jharkhandi BJP Candidates

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए झामुमो के तरकश में इस बार प्रत्याशियों के भीतरी-बाहरी का भी तीर होगा. झामुमो जनता के बीच उम्मीदवारों को लेकर वोकल पर लोकल की अपील करेगा झामुमो.

Non Jharkhandi BJP Candidates
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 16, 2024, 6:16 PM IST

Updated : Mar 16, 2024, 6:35 PM IST

झामुमो के तरकश में उम्मीदवारों के भीतरी-बाहरी का भी तीर

रांची: लोकसभा चुनाव 2024 में चुनावों की घोषणा हो चुकी है. झारखंड में 4 चरणों में चुनाव होने हैं. झारखंड के सभी 14 सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक दल कोई भी मुद्दा को छोड़ना नहीं चाहते. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जिन मुद्दों को लोकसभा चुनाव के समय केंद्र में रखने की योजना बना रखी है उसमें भाजपा के प्रत्याशियों का मूल रूप से बाहरी यानी दूसरे राज्य से होने का मुद्दा को भी जोड़ दिया है.

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए झामुमो जो मुद्दा लेकर लोगों के पास जा रही है उसमें पहले से ही महंगाई, बेरोजगारी, किसानों को MSP, झारखंड का केंद्र पर 01 लाख 36 हजार करोड़ का बकाया जैसे मुद्दे हैं. इस साथ अलग सरना धर्म कोड, 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी को 27% आरक्षण जैसे मुद्दे को भी इंडिया ब्लॉक के दल लोगों के बीच ले जा रहे हैं. इसमें एक और मुद्दा झामुमो ने जोड़ा है वह है भाजपा के अब तक घोषित 11 उम्मीदवारों में से कई का मूल रूप से दूसरे राज्य का होने का मुद्दा.

पिछले दिनों रांची के सांसद और इस बार भी भाजपा उम्मीदवार बनाये गए संजय सेठ को राजस्थान का बताकर कई इलाकों में जनता का विरोध वाले वीडियो वायरल हुआ है. इसके अलावा चतरा के वर्तमान भाजपा सांसद सुनील सिंह का BJP कार्यकर्ताओं ने ही विरोध किया है. इस खबर से उत्साहित झामुमो के नेताओं को लगता है कि यह मुद्दा प्रभावी होगा.

बाहरी लोग सांसद तो बन जाते हैं लेकिन उन्हें राज्य के लोगों के प्रति संवेदना नहीं होती- JMM

झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवारों का जगह जगह विरोध हो रहा है. जिस तरह से भाजपा के सांसद राज्य हित के सवाल पर भी संसद में चुप्पी साधे बैठे रहते हैं, उसका विरोध जनता कर रही है. झामुमो नेता ने कहा कि जिस तरह से आदिवासी युवा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ साजिश रचकर जेल भेजा गया है, उसके चलते पहले से ही लोगों में नाराजगी है और उस पर से बाहरी उम्मीदवार को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. मनोज पांडेय ने कहा कि अब झारखंड की जनता 'लोकल के लिए वोकल' हो रही है.

नहीं चलेगा भीतरी-बाहरी का मुद्दा- भाजपा

झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झामुमो द्वारा लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई प्रत्याशियों को बाहरी बताने वाली रणनीति फ्लॉप साबित होगी. क्योंकि राज्य की जनता ने इस बार अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. उन्होंने कहा कि अबकी बार 400 पार और तीसरी बार मोदी सरकार का नारा के आगे यह सब नहीं चलेगा. कई जगहों पर रांची-चतरा के सांसद को बाहरी बताकर विरोध वाले वीडियो आने पर भाजपा नेता ने कहा कि यह सब झामुमो के वीडियो बनाने वाले टीम की साजिश है.

प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के मुद्दे पर भी झामुमो या महागठबंधन को कोई लाभ नहीं मिलेगा, क्योंकि राज्य की जनता जानती है कि हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए हैं. भाजपा में जिन 11 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है उसमें गोड्डा से निशिकांत दुबे मूल रूप से बिहार के भागलपुर के, रांची से उम्मीदवार और वर्तमान सांसद संजय सेठ राजस्थान के हैं, पलामू से उम्मीदवार और वर्तमान सांसद विष्णु दयाल राम बिहार के बक्सर के बताए जाते हैं. वहीं हजारीबाग से भाजपा उम्मीदवार बनाये गए मनीष जायसवाल की कई पीढियां हजारीबाग में वर्षों वर्ष से रहते आ रहे हैं लेकिन उनके पूर्वज का जुड़ाव उत्तर प्रदेश के किसी जिले से रहा है.


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झामुमो के तरकश में उम्मीदवारों के भीतरी-बाहरी का भी तीर

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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए झामुमो जो मुद्दा लेकर लोगों के पास जा रही है उसमें पहले से ही महंगाई, बेरोजगारी, किसानों को MSP, झारखंड का केंद्र पर 01 लाख 36 हजार करोड़ का बकाया जैसे मुद्दे हैं. इस साथ अलग सरना धर्म कोड, 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी को 27% आरक्षण जैसे मुद्दे को भी इंडिया ब्लॉक के दल लोगों के बीच ले जा रहे हैं. इसमें एक और मुद्दा झामुमो ने जोड़ा है वह है भाजपा के अब तक घोषित 11 उम्मीदवारों में से कई का मूल रूप से दूसरे राज्य का होने का मुद्दा.

पिछले दिनों रांची के सांसद और इस बार भी भाजपा उम्मीदवार बनाये गए संजय सेठ को राजस्थान का बताकर कई इलाकों में जनता का विरोध वाले वीडियो वायरल हुआ है. इसके अलावा चतरा के वर्तमान भाजपा सांसद सुनील सिंह का BJP कार्यकर्ताओं ने ही विरोध किया है. इस खबर से उत्साहित झामुमो के नेताओं को लगता है कि यह मुद्दा प्रभावी होगा.

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झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवारों का जगह जगह विरोध हो रहा है. जिस तरह से भाजपा के सांसद राज्य हित के सवाल पर भी संसद में चुप्पी साधे बैठे रहते हैं, उसका विरोध जनता कर रही है. झामुमो नेता ने कहा कि जिस तरह से आदिवासी युवा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ साजिश रचकर जेल भेजा गया है, उसके चलते पहले से ही लोगों में नाराजगी है और उस पर से बाहरी उम्मीदवार को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. मनोज पांडेय ने कहा कि अब झारखंड की जनता 'लोकल के लिए वोकल' हो रही है.

नहीं चलेगा भीतरी-बाहरी का मुद्दा- भाजपा

झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झामुमो द्वारा लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई प्रत्याशियों को बाहरी बताने वाली रणनीति फ्लॉप साबित होगी. क्योंकि राज्य की जनता ने इस बार अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. उन्होंने कहा कि अबकी बार 400 पार और तीसरी बार मोदी सरकार का नारा के आगे यह सब नहीं चलेगा. कई जगहों पर रांची-चतरा के सांसद को बाहरी बताकर विरोध वाले वीडियो आने पर भाजपा नेता ने कहा कि यह सब झामुमो के वीडियो बनाने वाले टीम की साजिश है.

प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के मुद्दे पर भी झामुमो या महागठबंधन को कोई लाभ नहीं मिलेगा, क्योंकि राज्य की जनता जानती है कि हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए हैं. भाजपा में जिन 11 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है उसमें गोड्डा से निशिकांत दुबे मूल रूप से बिहार के भागलपुर के, रांची से उम्मीदवार और वर्तमान सांसद संजय सेठ राजस्थान के हैं, पलामू से उम्मीदवार और वर्तमान सांसद विष्णु दयाल राम बिहार के बक्सर के बताए जाते हैं. वहीं हजारीबाग से भाजपा उम्मीदवार बनाये गए मनीष जायसवाल की कई पीढियां हजारीबाग में वर्षों वर्ष से रहते आ रहे हैं लेकिन उनके पूर्वज का जुड़ाव उत्तर प्रदेश के किसी जिले से रहा है.


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Last Updated : Mar 16, 2024, 6:35 PM IST
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