रांची: भाजपा की गोगो दीदी योजना को मात देने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झामुमो सम्मान योजना लाने का फैसला किया है. इसके तहत राज्य की महिला बहनों को 30 हजार रुपये प्रति वर्ष यानी 2500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. विधानसभा चुनाव से पहले जनता को लुभाने की होड़ के बीच इस पर राजनीति भी तेज हो गई है.
भाजपा पर गोगो दीदी योजना के जरिए जनता को लुभाने का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव आयोग से इसकी लिखित शिकायत की है. बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और चुनाव आयोग के 2 मई 2024 के पत्र का हवाला देते हुए भाजपा पर जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की. साथ ही झामुमो सम्मान योजना शुरू करने की अनुमति भी मांगी.
झामुमो नेताओं ने आयोग से मांगी अनुमति
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने आयोग से झामुमो सम्मान योजना शुरू करने की अनुमति मांगी और कहा कि अगर भाजपा की गोगो दीदी योजना के लिए आवेदन लिए जा सकते हैं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा प्रस्तावित झामुमो सम्मान योजना के तहत आवेदन क्यों नहीं लिए जा सकते. आयोग से इस संबंध में अनुमति देने का अनुरोध किया गया.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए विनोद पांडेय ने कहा कि इस योजना के तहत राज्य की सभी महिलाओं को 30 हजार रुपये प्रति वर्ष दिए जाएंगे. यह निर्णय पार्टी द्वारा पहले ही लिया जा चुका है. एक सवाल के जवाब में विनोद पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मंईयां योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत हर साल 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. पार्टी ने झामुमो सम्मान योजना शुरू करने का निर्णय लिया है. उन्होंने दावा किया कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है.
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