ETV Bharat / state

भारत निर्वाचन आयोग की टीम का झारखंड दौरा न होने पर सवाल! झामुमो और कांग्रेस ने पूछा- यह महज संयोग है या कोई नया प्रयोग

JMM Congress raised questions over ECI. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारियां जोरों पर है. चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग की टीम का झारखंड दौरा न होने पर जेएमएम और कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. दोनों दलों ने तंस के लहजे पूछा कि ये महज संयोग है या कोई नया प्रयोग है.

JMM Congress raised questions over ECI team not visiting Jharkhand before Lok Sabha elections 2024
लोकसभा चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग की टीम का झारखंड दौरा न होने पर जेएमएम और कांग्रेस ने सवाल उठाए
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 9, 2024, 10:59 PM IST

चुनाव आयोग का झारखंड दौरा न होने पर झामुमो और कांग्रेस ने सवाल किया

रांची: भारत निर्वाचन आयोग की टीम लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड नहीं आयी है. पूर्व की परंपरा के अनुसार निर्वाचन आयोग की टीम चुनाव की घोषणा से पूर्व राज्य मुख्यालय में अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश देती रही है. ऐसे में पड़ोसी राज्यों भारत निर्वाचन आयोग की टीम के जाने और झारखंड को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने पूछा है कि यह महज संयोग है या कोई नया प्रयोग.

क्या, झारखंड प्रदेश चुनाव आयोग की प्राथमिकता में नहीं है- झामुमोः

झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि देश के सबसे बड़े लोकतंत्र को जीवंत बनाये रखने की जिम्मेवारी जिस संस्था पर है उसने अभी तक उस परम्परा का निर्वहन नहीं किया है. जिसके तहत आयोग की टीम राज्य में आकर वहां के अधिकारियों-राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर राज्य की जनता को यह भरोसा दिलाती है कि लोग दबाव मुक्त होकर मतदान करें.

जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग की यह परंपरा रही है चुनाव से पहले विभिन्न राजनीतिक दलों से विचार विमर्श करती है. लेकिन पर इस बार ऐसा लगता है इस परंपरा को भी चुनाव आयोग ने पीछे छोड़ दिया है. अन्य प्रदेशों से आई जानकारी का जिक्र करते हूए झामुमो नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने खर्च की राशि बढ़ा दी है. गाड़ियों की संख्या भी बढ़ाई है लेकिन इसकी कोई औपचारिक सूचना हमें नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा या केंद्र की सरकार के इशारे पर किया कोई प्रयोग तो नहीं है या यह सिर्फ संयोग भर है.

जेएमएम केंद्रीय सचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले चुनाव में लोगों के साथ कनेक्ट करने में हमारे नेताओं के समक्ष कई बाधा पैदा की गई थी. इस बार भी ED को आगे रखकर षडयंत्र रची गयी. झामुमो नेता ने शीघ्र चुनाव आयोग के टीम के झारखंड आने की अपील करते हुए पूछा कि क्या चुनाव आयोग के लिए झारखंड में चुनाव होना कोई जरूरी नहीं रह गया है.

2014 के बाद से सिर्फ पंरंपरा ही टूट रही है- कांग्रेसः

वहीं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने बिहार और अन्य प्रदेशों के राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन आयोग की बैठक होने और झारखंड को नजरअंदाज करने पर कहा कि 2014 के बाद से देश में परंपराएं टूट रही हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि झारखंड में पारदर्शी और भयमुक्त माहौल में चुनाव होना आयोग की प्राथमिकता में ही नहीं है.

हमारा राज्यसभा उम्मीदवार झारखंडी होगा- जेएमएमः

इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में प्रदीप वर्मा का नाम घोषित किये जाने के सवाल पर जेएमएम ने प्रतिक्रिया व्यक्त की. पार्टी नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम किसी बाहरी को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे, हमारा उम्मीदवार झारखंडी होगा. हमारा उम्मीदवार पूरी तरीके से झारखंडी होगा. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को केंद्र सरकार से भी अतिरिक्त सुरक्षा मिली हुई है, उनको अगर राज्य सरकार से मिलने वाली सुरक्षा के साथ मिला दें तो उनकी सुरक्षा हेमंत सोरेन से भी ज्यादा हो जाती है.

इसे भी पढ़ें- महागठबंधन के चुनावी तरकश में सरना धर्म कोड, खतियान और ओबीसी का मुद्दा, रणनीति के तहत भाजपा को दिया जाएगा न्योता!

इसे भी पढ़े- झारखंड राज्यसभा चुनाव में होगा खेला! किसके बूते हरिहर महापात्रा ने ली है एंट्री, क्या हिमाचल प्रदेश वाला दिखेगा सीन

इसे भी पढ़े- खूंटी बीजेपी में गुटबाजी! लोकसभा चुनाव में असहज रहेंगे कार्यकर्ता, संगठन या कांग्रेस रहेगी चुनौती

चुनाव आयोग का झारखंड दौरा न होने पर झामुमो और कांग्रेस ने सवाल किया

रांची: भारत निर्वाचन आयोग की टीम लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड नहीं आयी है. पूर्व की परंपरा के अनुसार निर्वाचन आयोग की टीम चुनाव की घोषणा से पूर्व राज्य मुख्यालय में अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश देती रही है. ऐसे में पड़ोसी राज्यों भारत निर्वाचन आयोग की टीम के जाने और झारखंड को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने पूछा है कि यह महज संयोग है या कोई नया प्रयोग.

क्या, झारखंड प्रदेश चुनाव आयोग की प्राथमिकता में नहीं है- झामुमोः

झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि देश के सबसे बड़े लोकतंत्र को जीवंत बनाये रखने की जिम्मेवारी जिस संस्था पर है उसने अभी तक उस परम्परा का निर्वहन नहीं किया है. जिसके तहत आयोग की टीम राज्य में आकर वहां के अधिकारियों-राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर राज्य की जनता को यह भरोसा दिलाती है कि लोग दबाव मुक्त होकर मतदान करें.

जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग की यह परंपरा रही है चुनाव से पहले विभिन्न राजनीतिक दलों से विचार विमर्श करती है. लेकिन पर इस बार ऐसा लगता है इस परंपरा को भी चुनाव आयोग ने पीछे छोड़ दिया है. अन्य प्रदेशों से आई जानकारी का जिक्र करते हूए झामुमो नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने खर्च की राशि बढ़ा दी है. गाड़ियों की संख्या भी बढ़ाई है लेकिन इसकी कोई औपचारिक सूचना हमें नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा या केंद्र की सरकार के इशारे पर किया कोई प्रयोग तो नहीं है या यह सिर्फ संयोग भर है.

जेएमएम केंद्रीय सचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले चुनाव में लोगों के साथ कनेक्ट करने में हमारे नेताओं के समक्ष कई बाधा पैदा की गई थी. इस बार भी ED को आगे रखकर षडयंत्र रची गयी. झामुमो नेता ने शीघ्र चुनाव आयोग के टीम के झारखंड आने की अपील करते हुए पूछा कि क्या चुनाव आयोग के लिए झारखंड में चुनाव होना कोई जरूरी नहीं रह गया है.

2014 के बाद से सिर्फ पंरंपरा ही टूट रही है- कांग्रेसः

वहीं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने बिहार और अन्य प्रदेशों के राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन आयोग की बैठक होने और झारखंड को नजरअंदाज करने पर कहा कि 2014 के बाद से देश में परंपराएं टूट रही हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि झारखंड में पारदर्शी और भयमुक्त माहौल में चुनाव होना आयोग की प्राथमिकता में ही नहीं है.

हमारा राज्यसभा उम्मीदवार झारखंडी होगा- जेएमएमः

इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में प्रदीप वर्मा का नाम घोषित किये जाने के सवाल पर जेएमएम ने प्रतिक्रिया व्यक्त की. पार्टी नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम किसी बाहरी को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे, हमारा उम्मीदवार झारखंडी होगा. हमारा उम्मीदवार पूरी तरीके से झारखंडी होगा. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को केंद्र सरकार से भी अतिरिक्त सुरक्षा मिली हुई है, उनको अगर राज्य सरकार से मिलने वाली सुरक्षा के साथ मिला दें तो उनकी सुरक्षा हेमंत सोरेन से भी ज्यादा हो जाती है.

इसे भी पढ़ें- महागठबंधन के चुनावी तरकश में सरना धर्म कोड, खतियान और ओबीसी का मुद्दा, रणनीति के तहत भाजपा को दिया जाएगा न्योता!

इसे भी पढ़े- झारखंड राज्यसभा चुनाव में होगा खेला! किसके बूते हरिहर महापात्रा ने ली है एंट्री, क्या हिमाचल प्रदेश वाला दिखेगा सीन

इसे भी पढ़े- खूंटी बीजेपी में गुटबाजी! लोकसभा चुनाव में असहज रहेंगे कार्यकर्ता, संगठन या कांग्रेस रहेगी चुनौती

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.