चाईबासाः इंडिया गठबंधन के चाईबासा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी मंत्री दीपक बिरुआ ने समाहरणालय चाईबासा में बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम सभास्थल से जुलूस के रूप में अपने समर्थकों के साथ उन्होंने रैली निकाली. इस दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ पहुंची.
चाईबासा विधानसभा सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए सुरक्षित गढ़ रहा है. विगत 15 वर्षों से इस सीट पर जेएमएम का कब्जा है. वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बागुन सुंम्ब्रई को पराजित कर जेएमएम के दीपक बिरुआ ने पहली बार जीत हासिल की थी. इसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में भी दीपक बिरुआ ने बीजेपी प्रत्याशी जेबी तुबिद को हराकर इस सीट पर कब्जा बनाये रखा और जीत की हैट्रिक लगाई है.
चाईबासा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार जीत हासिल करने के बाद दीपक बिरुआ को पहली बार चंपाई सोरेन सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला. वहीं दूसरी बार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में फिर से सरकार बनने के बाद भी दीपक बिरुआ को मंत्री बनाया गया. चाईबासा सीट पर प्रारंभ में झारखंड पार्टी का वर्चस्व रहा, लेकिन बागुन सुम्ब्रई के कांग्रेस में शामिल हो जाने पर इस क्षेत्र में झारखंड पार्टी का दबदबा खत्म हो गया.
बागुन सुम्ब्रई जब तक राजनीति में सक्रिय रहे, राजनीतिक प्रतिद्वंदी उनके सामने टिक नहीं पाए. बढ़ती उम्र के कारण 2009 में उनकी सक्रियता थोड़ी कम हो गई और जेएमएम के दीपक बिरुआ ने उन्हें पराजित कर दिया. बाद के चुनाव में दीपक बिरुआ को कांग्रेस की जगह बीजेपी से चुनौती मिली, लेकिन लगातार दो विधानसभा चुनावों में दीपक बिरुआ ने बीजेपी प्रत्याशी को बड़े अंतर से पराजित किया है.
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